BHAGALPUR : जहां प्रदेश की सरकार से अधिकारियो द्वारा लड़की छात्राओं में पढ़ाई लिखाई के लिए तरह तरह जागरूकता अभियान चलाते दिखते है।दूसरी तरफ विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित सहायक शिक्षक के द्वारा उसपर उस पर पानी फेरने को लगे रहते है।जी हां आइसा ही एक मामला नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड के बालिका इंटरस्तरीय विद्यालय सैदपुर का प्रकाश में आया है जहां साइंस और होम साइंस की कुल 170 छात्राओं से प्रैक्टिकल के नाम पर होम साइंस वाले छात्रा से 500 रुपए और साइंस वाले छात्रा से 1500 रुपए लेकर के लाखो रुपए का अवैध उगाही करने का मामला प्रकाश में आया है।
ऊपर से वसूली के दिए गए आदेश
इंटर की कई छात्राओं द्वारा बताया गया कि यहां प्रधानाध्यापक सहित सहायक शिक्षक के द्वारा छात्रा को कहा जाता है कि ऊपर से आदेश आया है कि सभी छात्रा से प्रैक्टिकल में नंबर देने के लिए 1500 से 500 रुपए लेना है।जो छात्रा पैसे नहीं देगी उनको नंबर नही के बराबर दिया जाएगा कम नंबर दिया जाएगा जो नही देगा उसको फेल करने तक की बात छात्रों कहा जाता है।जब इस बात की जानकारी लेने संबंधित विद्यालय गया तो वहां के प्रभारी प्रधानाध्यापक रमेश कुमार यादव ने बताया की आईसी कोई बात नही है यहां किसी भी तरह का अवैध पैसा नहीं लिया जाता है।
विवादों से पुराना नाता
वही हम आपको बता दें की इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक का विवादो से पुराना नाता है आज से कुछ दिन पूर्व भी इसी विद्यालय में सरकार के निर्धारित शुल्क से कई गुना ज्यादा सुल्क लेने का बात प्रकाश में आया था जिसके बाद ग्रामीण सहित जनप्रतिनिधि के द्वारा उसका जांच किया गया था जिसमे नामांकित सारी छात्रा द्वारा ज्यादा शुल्क लेने की बात कही गई थी।
वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा जिला सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारी को जांच कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया थी।जब उस जांच की सच्चाई जानने जब अधिकारी के कार्यालय पहुंचा तो वहां के लिपिक ने बताया की जांच करने गए थे। वहा के सिर्फ प्रधानाध्यापक और शिक्षक से पूछ ताछ करके लौट गए जब बच्चे से पूछने की बात पुछि गयी थी तोह उनके द्वारा बताया गया कि बच्चियों से किसी भी तरह की जानकारी नहीं ली गई है। वहीं उस विद्यालय के शिक्षक के द्वारा ज्यादा ली गई शुल्क को लौटाने की बात कही गई थी लेकिन बच्चे से ज्यादा शुल्क आज तक नही लाऔटायी गई है।
जब इन सारी बात को लेकर के जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार से टेलीफोनिक बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया की जिला स्तर के अधिकारियो से इसकी जांच कराकर कार्यवाही करने की बात कही गई है।अब देखना यह है की क्या जांच होगी और कितना कार्यवाही होगी यह देखने की बात है।
शिक्षा मंत्री अभी दूसरी जगह व्यस्त हैं
स्कूलों में छात्रों से चल रही उगाही का जिक्र इसलिए भी होना जरूरी है कि क्योंकि बिहार के शिक्षा मंत्री अपने विभाग के कामों को छोड़कर एक धार्मिक ग्रंथ की खामियां निकालने और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का गुणगान करने में व्यस्त हैं।