भागलपुर। बिहार के लोग अब जल्द ही थाईलैंड के बेर और वियना के अमरुद का स्वाद ले पाएंगे। जिले का नवगछिया केलांचल और मकलांचल कि खेती से जाना जाता है लेकिन अब यहां नारंगी, मौसमी, सेब व थाईलैंड के बेर की खेती की शुरुआत हो चुकी है।
नवगछिया के तेतरी पंचायत के किसान गोपाल सिंह ने इस नई सम्भावना को तराशा है। वे परम्परागत खेती के साथ साथ सेब, नारंगी, मौसमी, विएनारबी अमरूद व पपीते कर किसानों को प्रेरित कर रहे हैं। शुरुआत में उन्होंने लगभग 6 साल पहले 15 एकड़ में संतरे की खेती से की थी। फिर उन्होंने 10 एकड़ में मौसमी की खेती की, वहीं फिर धीरे धीरे मिलती गयी सफलता से उत्साहित होकर गोपाल सिंह ने सेब की भी खेती करनी शुरू कर दी।
15 एकड़ में कर रहे हैं फलों की खेती
सम्भावना है कि आगामी वर्ष मई महीने में सेब का उत्पादन होगा। इस सब को 45 से 48 डिग्री तापमान की जरूरत होती है। गोपाल सिंह बताते है कि वे 15 एकड़ में नारंगी की, 15 एकड़ में मौसमी की, 4 एकड़ में थाई बेर की, 4 एकड़ में सेब की व 4 एकड़ में विएनारबी अमरूद की खेती कर रहे हैं। गोपाल सिंह को इसके लिए जिलास्तरीय से राज्यस्तरीय तक कई बार सम्मानित किया जा चुका है।