NALANDA : जिले में एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उस वक्त उसे रंगे हाथों धर दबोचा जब वह नौकरी दिलाने के नाम पर किराए के एक मकान में रुपए की क़िस्त ले रहा था. उसी वक्त नगर थाना पुलिस ने उसे कागजी मोहल्ला से धर दबोचा. सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश अपने आपको आईपीएस अधिकारी बताकर रेलवे सचिवालय समेत अन्य जगहों पर नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जनों बेरोजगार युवक-युवतियों से करोड़ों की ठगी किया है. उसके घर की तलाशी लेने पर आईपीएस की वर्दी प्लास्टिक का नकली पिस्टल, नेम प्लेट, आइलार्ड, कैप, बेल्ट ,जॉइनिंग लेटर बरामद किया गया है.
गिरफ्तार ठग दीपनगर थाना इलाके के कोरई गांव निवासी राजकुमार चौधरी का पुत्र सुजीत कुमार है. उन्होंने बताया कि फोटोशॉप के माध्यम से कई बड़े- बड़े आईपीएस अधिकारियों के साथ अपना फोटो जोड़कर लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था कि ये सब अधिकारी मेरे साथ काम करते हैं. जिसे आप लोग भी पहचानते होगें. ये ही नहीं जहां पर इसने अपना दफ्तर बना रखा था. वहां भी बड़े बड़े आईपीएस अधिकारी के नाम का बोर्ड लगा रखा था. जिसमें वह अपना भी नाम लिखवाया हुआ था. इसके अलावा वह अपने व्हाट्सएप और फेसबुक प्रोफाइल में आईपीएस की वर्दी पहनी हुई तस्वीर लगाया हुआ था. जब कोई इसके झांसे में आ जाता था तब वह लग्जरी कार और पुलिस पदाधिकारी के साथ लिए गए सेल्फी, फ़ोटो आदि को उस युवक के मोबाइल पर व्हाट्सएप करता था.
जब बेरोजगार युवक युवतियां इस ठग के झांसे में आ जाते थे तो इनसे सचिवालय और रेलवे में क्लर्क पोस्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर 3 से लेकर 7 लाख तक की ठगी करता था और फर्जी जॉइनिंग लेटर देकर अपना ठिकाना बदल लेता था. इसका धंधा फल-फूल रहा था. मगर इसके ठगी का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक पीड़िता ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला नगर थाना में दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर इसे रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. इस फर्जी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद दर्जनों युवा युक्तियां थाने पहुंचकर शिकायत करने लगे.
नालंदा से राज की रिपोर्ट