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इजरायल का ताबड़तोड़ हमला झेल रहे हमास कमांडर महमूद अल-जहर ने वीडियो जारी कर दी चेतावनी- कहा- धरती पर कोई यहूदी और ईसाई नहीं, सिर्फ हमारा कानून होगा...

इजरायल का ताबड़तोड़ हमला झेल रहे हमास कमांडर महमूद अल-जहर ने वीडियो जारी कर दी चेतावनी- कहा- धरती पर कोई यहूदी और ईसाई नहीं, सिर्फ हमारा कानून होगा...


आपके हमारे हीं नहीं पूरी दुनिया के मुल्कों पर उसका राज होगा, जी हां ये कहना है हमास कमांडर महमूद अल-जहर का. हमास कमांडर महमूद अल-जहर का एक परेशान कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में अल-जहर वैश्विक वर्चस्व के लिए अपने समूह की महत्वाकांक्षाओं के बारे में बताता हुआ दिख रहा है.हमास कमांडर की एक मिनट से ज्यादा की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रही है.फिलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के महमूद अल-जहर ने कहा है कि पूरी दुनिया पर उसका राज, उसका कानून होगा और कोई यहूदी या ईसाई गद्दार बच नहीं सकेगा. हमास कमांडर महमूद अल-ज़हर का विश्व प्रभुत्व का आह्वान करने वाला एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह कह रहा है कि हमास सिर्फ फलस्तीन ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को आजाद कर देगा.उसे यह कहते हुए दिखाया गया है कि "पूरा ग्रह हमारे कानून के तहत होगा, कोई यहूदी या ईसाई नहीं होगा,  हम उस बात पर विश्वास करते हैं जो हमारे पैगंबर मुहम्मद ने कहा था : "अल्लाह ने मेरी खातिर दुनिया के छोरों को एक-दूसरे के करीब कर दिया, और मैंने इसके पूर्वी और पश्चिमी छोर को देखा है. मेरे राष्ट्र का प्रभुत्व उन छोरों तक पहुंचेगा जो मेरे करीब आ गए हैं."

हमास कमांडर ने वीडियो में कहा कि 'इस्राइल केवल पहला लक्ष्य है. पूरी दुनिया हमारे कानून के अंदर होगी. 510 मिलियन वर्ग किलोमीटर वाली पूरी दुनिया एक ऐसे व्यवस्था के अंतर्गत आएगी, जहां कोई अन्याय नहीं होगा, न कोई जुल्म होगा और न ही कोई अपराध होगा, जैसा कि सभी अरब देशों, लेबनान और सीरीया में फलस्तीनियों के साथ किया जा रहा है.' 

बता दें महमूद अल-ज़हर एक फ़िलिस्तीन के हमास के सह-संस्थापक और गाजा पट्टी में हमास नेतृत्व के सदस्य हैं अल-ज़हर ने मार्च 2006 में हमास-प्रभुत्व वाली फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण सरकार में विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया था. अल-ज़हर ने 26 साल की उम्र में काहिरा विश्वविद्यालय के मेडिसिन संकाय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और पांच साल बाद ऐन शम्स विश्वविद्यालय, काहिरा से जनरल सर्जरी में मास्टर डिग्री प्राप्त की. इसके बाद वह फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री के सलाहकार बने और फिलिस्तीनी मेडिकल सोसाइटी बनाने में मदद की. वह 1978 में गाजा में इस्लामिक विश्वविद्यालय के प्राथमिक संस्थापकों में से एक है. अल-ज़हर के चार बच्चे- 10 सितंबर 2003 को उसके सबसे बड़े बेटे खालिद की इजरायली हवाई हमले में मौत हो गई थी तो  उसके दूसरा बेटा हमास की सैन्य शाखा- इज़्ज़ अद-दीन अल-क़सम ब्रिगेड का सदस्य था जो 15 जनवरी 2008 को गाजा में इजरायली गोलीबारी में मारा गया

इसी बीच हमास के साथ जारी भीषण लड़ाई के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजरायल में  प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, राष्ट्रपति इसाक हर्जोग और अन्य नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात की. अमेरिका ने पहले दिन से इजरायल को अपना पूर्ण समर्थन दिया है और अन्य देशों से ऐसा ही करने की अपील की है. अमेरिका का पहला ट्रांसपोर्ट प्लेन हथियार और गोला-बारूद लेकर इजरायल पहुंच चुका है. राष्ट्रपति जो बाइडन मदद को दोगुना करने की घोषणा कर चुके हैं.

वहीं हमास के खिलाफ युद्ध तेज करते हुए इजरायल ने एक आपातकालीन एकता सरकार का गठन किया है, जिसमें प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ के साथ युद्ध कैबिनेट में बैठे हैं. यह कदम तब आया जब फिलिस्तीनी तटीय पट्टी में संभावित जमीनी हमले से पहले फिलिस्तीनी समूह हमास को जड़ से खत्म करने के लिए इजरायली सेना ने गाजा पर हमला किया. हमास को आईएसआईएस से भी बदतर बताते हुए नेतन्याहू ने शनिवार को किए गए कुछ अत्याचारों को सूचीबद्ध किया, जिसमें लोगों को जिंदा जलाना भी शामिल है. उन्होंने कहा कि इजराइल में हर परिवार किसी न किसी तरह से हमलों के पीड़ित से जुड़ा हुआ है.इजराइली पीएम नेतन्याहू ने पहले ही  चेतावनी दे चुके हैं कि युद्ध की शुरुआत हमास ने की लेकिन खत्म हम करेंगे.

 इजरायल के बमवर्षक विमान और मिसाइलें गाजा पर कहर बनकर टूट रही हैं. यह छोटा से इलाका धीरे-धीरे मलबे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही लोगों से गाजा छोड़ने को कह चुके हैं. इजराइली एयरफोर्स चुन-चुन कर हमास के ठिकानों पर बमबारी कर रही है, जिसके जद में आम नागरिकों के घर भी आ रहे हैं. वहीं धोखे से युद्ध में झोंके गए इजरायल को भारत ने पूरा समर्थन दिया है. इजरायल ने इसके लिए भारत को शुक्रिया भी कहा है. भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 अक्टूबर को आतंकी हमले के बाद इजरायल को समर्थन दिखाने वाले पहले कुछ विश्व नेताओं में से एक थे.

बहरहाल वीडियो इन बढ़ती चिंताओं का संकेत देता है कि हमास या ईरान से जुड़े अन्य आतंकवादी समूह दुनिया भर में यहूदी और इजरायली ठिकानों के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बना सकते हैं. इजराइल की मोसाद खुफिया एजेंसी ने विदेशों में यहूदियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है. मोसाद ने एक्स पर एक ट्वीट में कहा है कि - दुनिया भर के सभी यहूदियों के लिए, हमास और गाजा और अन्य जगहों से अन्य आतंकवादी संगठन वर्तमान में इज़राइल पर रॉकेट भेज रहे हैं.कुछ ने इज़राइल में घुसपैठ की है. इज़राइल के बाहर यहूदियों पर और भी हमले हो सकते हैं, सावधान रहें,सुरक्षित रहें. हम युद्ध में हैं, और ईश्वर की कृपा से हम जीतेंगे. मिस्र में इजरायली पर्यटकों पर की गयी घातक गोलीबारी के बाद मोसाद ने अपनी चेतावनी दोहराई है. मोसाद ने कहा है - अपने सेलफोन को संभाल कर रखें और अपनी आँखें खुली रखें.

वीडियो जारी के कुछ घंटों बाद, इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान जारी कर हमास के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि फिलिस्तीनी समूह का प्रत्येक सदस्य 'एक मरा हुआ आदमी' था.

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