N4N Desk: इंग्लैंड के ख़िलाफ़ स्पेकसेवर्स सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में अपने करियर का आगाज करने वाले आंध्रप्रदेश के बल्लेबाज हनुमा विहारी ने दमदार शुरुआत कर वर्ल्ड क्रिकेट को जता दिया है कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं। ओवल टेस्ट मैच की पहली पारी में शानदार अर्धशतक लगाकर हनुमा विहारी ने आगामी मैचों के लिए टीम में स्थान पक्का कर लिया है। तकनीक और टेंपरामेंट के धनी इस बल्लेबाज ने मुश्किल दौर में टीम के लिए रन बनाकर अपने चयन को सही साबित किया है।
ओवल टेस्ट से अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले हनुमा विहारी की माने तो इस मुकाम तक पहुंचाने में उनके गुरु राहुल शरद द्रविड़ ने काफी मदद की है। विहारी के मुताबिक राहुल सर ने उनमें काफी विश्वास दिखाया है। उनके इनपुट्स से काफी फायदा हुआ है। ओवल टेस्ट की शुरुआत के पूर्व आंध्र के इस बल्लेबाज ने राहुल द्रविड़ से बात की थी।
करियर की शुरुआत से पूर्व गुरु से की बात
हनुमा विहारी की माने तो ओवल टेस्ट की शुरुआत से एक दिन पूर्व उन्हें अंतिम एकादश में शामिल करने की ख़बर मिली। प्लेइंग इलेवन में शामिल किये जाने की बात सुनकर विहारी थोड़े नर्वस हो गये और फौरन उन्होंने फैमिली से बात करने के बाद राहुल द्रविड़ को कॉल लगायी और बात की। इस दौरान इंडिया ‘ए’ के कोच राहुल द्रविड़ ने हनुमा विहारी की हौसला अफजाई की और उनकी नर्वसनेस को दूर किया।
राहुल द्रविड़ ने हनुमा विहारी को भरोसा देते हुए कहा कि तुम्हारे पास उम्दा बल्लेबाजी के लिए माइंडसेट, स्किल और टेंपरामेंट है। तुम इसी जगह के लिए बने हो। जाओ और खुलकर गेम का आनंद उठाओ। राहुल द्रविड़ की इन बातों को सुनकर हनुमा विहारी फूले नहीं समाये और उनका विश्वास सातवें आसमान पर पहुंच गया।
राहुल द्रविड़ को देते हैं सफलता का श्रेय
हनुमा विहारी के मुताबिक उनकी इस सफलता का श्रेय परिजनों के साथ-साथ गुरु राहुल द्रविड़ को भी जाता है। इंडिया ‘ए’ में टीम शामिल होने के बाद द्रविड़ ने उनको संवारा और उनकी कमियों को दूर किया। उनके द्वारा दिये गये टिप्स काफी अहम रहे। वे हर खिलाड़ी में जबरदस्त आत्मविश्वास भरते हैं और वक्त-वक्त पर अहम टिप्स भी देते हैं।
हनुमा विहारी के मुताबिक वे बल्लेबाजी के दौरान थोड़े नर्वस थे लेकिन दूसरी छोर पर खड़े विराट कोहली ने उन्हें नॉर्मल किया। वे बीच-बीच में चहलकदमी करते हुए उनके पास आते और हौसला बढ़ाते। विहारी की माने तो पहले दिन उन्हें इनस्विंग गेंदों को खेलने में थोड़ी दिक्कत आ रही थी, स्ट्रोकप्ले के दौरान उनका सिर गिर रहा था लेकिन दूसरे दिन वे इनस्विंगर के ख़िलाफ़ विश्वासपूर्वक ठोस बल्लेबाजी कर रहे थे। पहले दिन की तुलना में वे दूसरे दिन काफी परिपक्व नज़र आ रहे थे। हालांकि इसके पीछे की वजह हालात हो सकते हैं क्योंकि क्रीज पर पहुंचने से पहले चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का अहम विकेट गिरा था और टीम इंडिया दबाव में थी लेकिन इस मुश्किल हालात का सामना करते हुए विहारी ने अपना दम दिखाया और शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने कोहली के साथ अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम की डूबती नैया को संभाला।
फिलहाल हनुमा विहारी की इस पारी को देख भारतीय क्रिकेट प्रशंसक गदगद है। फैंस की माने तो आगामी टेस्ट मैचों में वे टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।
साभार: प्रसून पांडेय