बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

HDFC बैंक के शुरू होने की कहानी है बड़ी दिलचस्प, जानिए कैसे हुई थी बैंक की शुरूआत

HDFC बैंक के शुरू होने की कहानी है बड़ी दिलचस्प, जानिए कैसे हुई थी बैंक की शुरूआत

Desk: एचडीएफसी बैंक आज देश का सबसे बड़ा निजी बैंक है. इस बैंक को खड़ा करने में सबसे बड़ा योगदान आदित्य पुरी का है. आदित्य पुरी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. HDFC बैंक की नींव आज से करीब 25 साल पहले अगस्त 1994 में रखी गई थी. दरअसल आदित्य पुरी 26 अक्टूबर को अपने पद से रिटायर होने वाले हैं. अक्टूबर में आदित्य पुरी की उम्र 70 साल पूरी हो जाएगी. आदित्य पुरी के बाद HDFC बैंक की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी, इसका संकेत खुद आदित्य पुरी ने दे दिया है. आदित्य पुरी ने वर्चुअल एजीएम में शेयरधारकों से कहा कि उनका उत्तराधिकारी 25 साल से उनके साथ है.

पिछले हफ्ते HDFC बैंक की एजीएम हुई थी. जिसमें आदित्य पुरी ने बैंक की स्थापना से जुड़ीं बातें शेयर कीं. उन्होंने कहा कि जब 25 साल पहले इस बैंक की स्थापना की गई थी तो उस वक्त हमारे कई साथी बच्चे थे. कई मिडिल क्लास थे, जो बाटा के जूते पहनते थे. कई साथी ऐसे थे जो विदेशी कंपनियों में अच्छे पदों पर काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सभी साथियों के मन में उस समय एक ही इच्छा थी कि एक हमारे देश में भी एक वर्ल्ड क्लास बैंक की  स्थापना हो. उन्होंने कहा कि मुझे अच्छी तरह याद है कि जब मैं सैंडोज हाउस में बैंक के लिए टीम बना रहा था कि तो लोगों को यही कहता था कि आओ और बेस्ट बैंक ऑफ द वर्ल्ड के साथ जुड़ जाओ.

आदित्य पुरी ने कहा कि शुरुआती दिनों में चुनौतियां काफी थीं. पैसे की कमी की वजह से हमने कमला मिल्स में जाकर अपना ऑफिस खोला था. दिन में काम करके घर लौट जाते थे कि जब अगले दिन सुबह दफ्तर पहुंचते थे तो कंप्यूटर और मशीनें नहीं चलती थीं, क्योंकि चूहों ने केबल कुतर डाले थे. उन्होंने कहा कि शुरुआत में हमारी ट्रेनिंग पेड़ों के नीचे होती थी. लेकिन भगवान का शुक्र है कि हमने जो फैसला लिया, उसपर आगे बढ़ते रहे, और आज हम यहां तक पहुंचे हैं.

शेयरधारकों के सवालों के जवाब में पुरी ने कहा कि वे एक मजबूत प्रोसेस ड्रिवन वाले बैंक को छोड़कर जा रहे हैं. लेकिन आगे बैंक को संभालने वाला भी करीब 25 साल से बैंक से जुड़ा हुआ है. इसलिए बैंक पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. आदित्य पुरी ने ही 90 के दशक में भारत में निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक की स्थापना की थी. वे मलेशिया से सिटीबैंक की बढ़िया नौकरी छोड़कर आए थे. करीब दो दशकों में पुरी ने बैंक को काफी आगे बढ़ाया और इसे मुनाफे में रखते हुए सबसे कम एनपीए वाला बैंक बना दिया. एचडीएफसी बैंक के एमडी और सीईओ आदित्य पुरी भारत में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले बैंकर हैं. बीते वित्त वर्ष में आदित्य पुरी की सैलरी और अन्य लाभ 38 फीसदी बढ़कर 18.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गए. इसके अलावा बैंक की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में आदित्य पुरी को शेयर ऑप्शंस का उपयोग करने पर 161.56 करोड़ रु

Suggested News