पटना- राजद कोटे के मंत्री सर्वजीत सिंह ने नीतीश से राजद के समर्थन वापस लेने की घोषणा की है. राजद कोटे के तमाम मंत्रियों ने अपनी सरकारी गाड़ी वापस कर दिया है. इसका औपचारिक ऐलान केवल बाकी है. तो जदयू ने भी अपने सांसदों,एमएलए, एमएलसी को तुरंत पटना पहुंचने को कहा है. कुल मिलाकर आज और कल का दिन बिहार की राजनीति में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से फिर मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है. नीतीश इससे पहले अगस्त 2022 में एनडीए को छोड़ कर लालू से संबंध बनाया . पिछले नौ वर्षों में नीतीश कुमार तीन बार पाला बदलकर बिहार में सरकार बनाया. गटबंधन किसी के साथ रहा हो सीएम की कुर्सी नीतीश के पास हीं रहीं. नीतीश साल 2022 में 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुए नीतीश कुमार बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं.
तो वहीं राजद सुप्रीमो लालू यादव का सपना था कि वे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीएम के कुर्सी पर देखें. मुख्यमंत्री नीतीश ने एक तरह से तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए तेजस्वी के नेतृत्व में साल 2025 के चुनाव होने की बात कही तो लालू को लगता था कि उनका सपना साल 2025 में पूरा हो जाएगा और अपने बेटे तेजस्वी यादव की बतौर मुख्यमंत्री ताजपोशी होती देखेंगे. इससे पहले हीं बिहार में खेला हो होता दिख रहा है.
राजद सुप्रीमों लालू यादव और उनके बेटे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का दर्द है कि उनकी सपना लटक गया है....सुना है कि वो हमसे नफरत करने लगे है...वहीं सबसे बड़ी खबर ये मिल रही है कि कांग्रेस के 13 विधायकों के फोन बंद बताए जा रहे हैं और खथित तौर पर कांग्रेस के ये एमएलए सीएम नीतीश कुमार के संपर्क में हैं.
वहीं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की ओर से दावा किया गया है कि बहुमत का जादुई आंकड़ा उनके पास है. आंकड़ों के अनुसार लालू के पास अभी 115 विधायकों का समर्थन है. लेकिन अगर कहीं कथित तौर पर कांग्रेस में टूट होदी है तो ये आंकड़ घट कर काफी कम हो सकता है. हालांकि, लालू प्रसाद यादव को नीतीश कुमार के अगले कदम की प्रतीक्षाहै. बता दें कि सबे में जारी राजनीतिक घमासान के बीच नीतीश ने लालू से बात करने से साफ इनकार कर दिया है. सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को लालू यादव ने 5 बार नीतीश कुमार को फोन मिलाया, लेकिन सीएमने फोन पीक करना उचित नहीं समझा.
अब राजद के मंत्रियों ने नीतीश मंत्रिमंडल से सामूहिक इस्तीफा देते हुए समर्थन वापस लेने का निर्णय ले लिया है. राजद कोटे के कृशिमंत्री सर्वजीत सिंह ने कहा है कि राजद नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेगी.