पटना : पटना हाईकोर्ट ने एक बिल्डर को अजीब-ओ-गरीब सजा दी है. हाईकोर्ट ने एक बिल्डर को कोरोना लोगों की सेवा करने की सजा सुनाई है.इसके बाद से पटना के सिविल सर्जन ने इस बिल्डर की ड्यूटी सिविल कोर्ट में लोगों के तापमान नापने में लगा दी है.
खबर के मुताबिक हाई कोर्ट ने आदेश के बाद सिविल सर्जन ने बिल्डर की ड्यूटी आज से पटना के सिविल कोर्ट के बाहर लगाई गई है. सिविल सर्जन ने बताया है कि सजा के तौर पर यह बिल्डर सिविल कोर्ट में आने वालों का टेंपरेचर नापेगा.
इससे पहले इस बिल्डर खालिद रशिद की ड्यूटी प्रतिरक्षण इकाई में लगाई गई थी लेकिन शुक्रवार को यह निर्णय लिया गया कि उसे हाईकोर्ट में ही गेट पर लेज थर्मल थर्मामीटर से आने जाने लोगों के शरीर का तापमान नापने की ड्यूटी दी जाए. ट्रायल के लिए उसे शुक्रवार को वहां भेजा गया था.
क्यों मिली ऐसे सजा
बिल्डर ने एक ग्राहक से पैसे लेने के बाद भी फ्लैट आवंटन नहीं किया था. जिसके बाद यह मामला हाईकोर्ट में यह मामला पहुंचा. जिसके बाद हाईकोर्ट ने जमानत देनी की अजीब शर्त रखी थी और बिल्डर को तीन महीने तक कोरोना संक्रमण के दौर में लोगों की मदद की सजा दी गई है.