NEWS4NATION DESK : साइंस के इस युग में अब साधु संत भी टेक्नोलजी से अछूते नहीं रह गये हैं। उनके हाथों में एन्ड्रायड मोबाइल और लैपटाप जैसी तकनीकी जहां पहले से मौजूद है, वहीं राम नाम जपने के लिए भी इन बाबाओं ने विज्ञान के नये आविष्कार को अपना लिया है। साधु-संत अब पारंपरिक रुद्राक्ष, तुलसी और स्फटिक की मालाओं को छोड़कर डिजिटल मशीन से राम नाम का जाप कर रहे है। इसका नजारा तीर्थ राज प्रयाग में देखने को मिल रहा है।
कुंभ मेले में शिरकत करने के लिए मुंबई और हरिद्वार से निरंजनी अखाड़े में पहुंचे सन्यासी इलेक्ट्रानिक डिवाइस यानी काउन्टिंग मशीन के जरिए राम नाम का जाप कर रहे हैं। पारंपरिक मालाओं को छोड़कर डिजिटल काउन्टिंग मशीन के जरिए जाप करने को लेकर इनका कहना है कि काउन्टिंग मशीन से जाप करने पर गलती करने की संभावना पूरी तरह से खत्म हो जाती है। इनका कहना है कि आम तौर पर रुद्राक्ष या किसी दूसरी माला में 108 दाने होते हैं। लेकिन कई बार लोग जाप में भूलवश गलती कर बैठते हैं। डिजिटल काउंट मशीन गलती की कोई संभावना नहीं होती है।
बताते चलें कि सनातन धर्म में माला जपने का विशेष महत्व माना गया है। इसके लिए पुरानी परम्परा में जहां साधु संत कापियों पर राम का नाम लिखते थे। हर बार राम का नाम जपने पर एक दाना चावल या गेंहू भी निकालते थे। वहीं मालाओं में लगी 108 दाने को फेरते है। लेकिन पुरानी परम्पराओं को छोड़कर अब साधु संत भी हाईटेक हो गए हैं।