PATNA : चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू भले ही जेल के अंदर सजा काट रहे हो लेकिन उसकी गुंज पूरे देश में हमेशा सुनाई पड़ती रहती है ।
कल 22 वर्षों बाद बिहार विधानसभा में पशुपालन घोटाले का भूत एक बार फिर से उठ खड़ा हुआ।
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी बुधवार को बिहार विधानसभा में बिहार विनियोग अधिकाई व्यय विधायक 2019 पेश करते हुए बताया कि जब राज्य को 10.5 करोड़ के चारे की जरूरत थी तो लालू की सरकार ने फर्जी तरीके से 253.33 करोड़ की खरीददारी दिखा दी।
उन्होंने बताया कि चारा घोटाले के बदतर स्थिति को समझिए कि कैसे उस दौरान भैंसों के सींग में तेल लगाने के लिए 15 लाख रुपए का 950 किलो सरसों का तेल खरीदने का झूठा कागज दिखा दिया गया।
गौरतलब है की 90 के दशक में यानी लालू प्रसाद के शासनकाल में हुए 1000 करोड़ के चारा घोटाला ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। जैसा कि सुशील कुमार मोदी ने सदन को बताते हुए कहा की की भैंसों के सींग में लगाने के लिए होटवार दुग्ध आपूर्ति सह डेरी फार्म के महाप्रबंधक डॉ जैनुअल भृंगराज ने 15 लाख रुपए कि तेल की खरीददारी दिखाई थी।
बता दें कि चारा घोटाले मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को सजा सुनाई जा चुकी है और वह फिलहाल रांची जेल में बंद हैं।
हालांकि 22 वर्षों बाद विनियोग विधेयक के दौरान जब सुशील कुमार मोदी ने चारा घोटाला से संबंधित तथ्यों को जब सदन के पटल पटल पर रखना शुरू किया तो राजद सदस्यों ने इसका जबरदस्त विरोध करते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही से हटाया जाए, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इस पर बाद में विचार किया जायेगा।
विवेकानंद की रिपोर्ट