सेना की जमीन हड़पने के मामले में बुरे फंसे आईएएस, गिरफ्तारी के बाद भेजे गए 6 दिन के रिमांड पर, हुए निलंबित

RANCHI : रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. इस मामले से जुड़ी ताजा अपडेट के अनुसार, PMLA कोर्ट ने उन्हें छह दिनों के ईडी रिमांड पर देने का आदेश दिया है. साथ ही कहा जा रहा है कि रिमांड की अवधि 7 मई से 12 मई तक रहेगी. वहीं झारखंड सरकार ने कथित अवैध भूमि सौदा मामले में आईएएस अधिकारी छवि रंजन को निलंबित कर दिया है। 

राज्य सरकार की ओर से शनिवार शाम जारी अधिसूचना के अनुसार, छवि रंजन, निदेशक, सामाजिक कल्याण, झारखंड को पीएमएलए कानून, 2002 के प्रावधान 19 के तहत प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से गिरफ्तारी की गई। जिसके बाद तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।

 जानकारी हो कि ईडी के अधिकारियों ने सेना जमीन घोटाला मामले में पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड की मांग की थी. लेकिन, अदालत ने उन्हें केवल 6 दिनों की रिमांड सौंपी है. शुक्रवार को कोर्ट में पेशी एक दौरान उन्हें सुनवाई के बाद शनिवार को दुबारा पेश होने के लिए कहा गया था, जहां उन्हें ईडी रिमांड पर भेजने की बात सामने आ रही है.

Nsmch
NIHER

गिरफ्तारी के बाद छह दिन के रिमांड पर भेजे गए

इससे पहले ईडी ने बीते गुरुवार 4 मई को पूछताछ के लिए रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को बुलाया था, जहां करीब 10 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उनकी मेडिकल जांच के बाद उन्हें एक दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था

जिस केस में आईएएस छवि रंजन गिरफ्तार हुए वह मामला क्या है?

आईएएस छवि रंजन के खिलाफ ईडी की यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की गई। दरअसल, एजेंसी रक्षा जमीन से संबंधित एक भूखंड समेत 12 से अधिक जमीन सौदों के मामले में जांच कर रही है। 

आरोप है कि एक सिंडिकेट जिसमें भू माफिया, बिचौलिए और नौकरशाह शामिल हैं, साठगांठ कर कथित तौर पर जमीन के कामों और दस्तावेजों के फर्जीवाड़े में शामिल है। सिंडिकेट ने रांची में 4.5 एकड़ रक्षा भूमि को हड़पने के लिए कुछ जाली दस्तावेज बनाए थे। बाद में इसने उसी जमीन को फर्जी तरीके से पश्चिम बंगाल की एक कंपनी को बेच दिया।