PATNA : सांसद पप्पू यादव ने समाज कल्याण विभाग के भ्रष्ट तंत्र पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने पटना की महिला हेल्प लाइन की काउंसलर प्रमिला कुमारी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार से पूछा है कि मुजफ्फरपुर कांड में मंत्री सुरेश शर्मा पर कब कार्रवाई होगी। मनीषा दयाल की मदद करने वाले IAS अफसरों की पहचान होने के बाद भी उनपर एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा है ? इन सवालों के जवाब के लिए सांसद पप्पू यादव 26 अगस्त से मधुबनी- मुजफ्फरपुर से पटना तक की पदयात्रा करेंगे। सांसद सोमवार को हाई कोर्ट में इस मामले पर PIL दाखिल करेंगे।
महिला हेल्प लाइन की काउंसलर पर आरोप
सांसद पप्पू यादव ने आरोप लगाया है कि महिला हेल्प लाइन की काउंसलर प्रमिला कुमारी सीवान में पोस्टेड थीं। वे अवैध तरीके से पटना में पोस्टिंग करा कर रह रही हैं। प्रमिला कुमारी हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं हटीं। सांसद ने काउंसलर पर ऑन लाइन सैक्स रैकेट चलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पटना कोतवाली के पूर्व डीएसपी शिबली नोमानी प्रमिला कुमारी को बचाते रहे हैं। पप्पू यादव ने सवाल पूछा है कि 20 हजार रुपये महीना कमाने वाली प्रमिला विदेश यात्रा कैसे करती हैं ?
प्रमिला कुमारी ने आरोपों का खंडन किया
महिला हेल्प लाइन की काउंसलर प्रमिला कुमारी ने सांसद के सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। की किया है। उन्होंने कहा कि मैंने जो भी किया है वो विधि सम्मत किया है। किसी तरह की लापरवाही नही की है। जिस मामले की चर्चा पप्पू यादव जी ने किया है उस मामले में उसी समय केस दर्ज किया जा चुका है।
सुरेश शर्मा पर कब होगी कार्रवाई ?
सांसद पप्पू यादव का सवाल है कि मंजू वर्मा खुले तौर पर बिहार के नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का नाम ले रही हैं । मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा की ब्रजेश ठाकुर से नजदीकी रही है। सुरेश शर्मा के बारे में भी सब पता है । उनके किस्से मुजफ्फरपुर से बंगाल तक मशहूर रहे हैं। तो नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी कब सुरेश शर्मा पर फैसला करेंगे ? सीबीआई को भी तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
मनीषा दयाल को इंट्री दिलाने वाले IAS पर एक्शन क्यों नहीं ?
पप्पू यादव के मुताबिक मनीषा दयाल को समाज कल्याण विभाग में डायरेक्ट एंट्री दिलाने वाले IAS डायरेक्टर सुनील कुमार की पहचान स्पष्ट है। फिर इनके खिलाफ कार्रवाई में देरी क्यों हो रही है। जानकारी है कि इस देरी का फायदा उठा सुनील कुमार भ्रष्ट तरीके से अर्जित की गई बेहिसाब संपत्ति को सुरक्षित करने में लगा है । सांसद का आरोप है कि IAS एसएम राजू का नाम महादलित मिशन घोटाले में चुका है। अब मनीषा दयाल से भी उनका कनेक्शन जुड़ रहा है। बार-बार घोटाला करने वाले एसएम राजू के खिलाफ बिहार की जांच एजेंसियां इतना कमजोर केस क्यों तैयार करती है कि बगैर जेल गए कोर्ट से रिलीफ मिल जाता है।
मनीषा दयाल के सीडीआर को सार्वजनिक क्यों नहीं किया ?
मनीषा दयाल से पुलिस रिमांड में तीन दिन पूछताछ हुई लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। पुलिस मनीषा दयाल का सीडीआर क्यों नहीं स्रवाजनिक कर रही है। मनीषा दयाल- चिरंतन कुमार की संस्था के अध्यक्ष का नाम क्यों नहीं उजागर किया जा रहा है। क्या ये इतने बड़े नाम हैं कि उसके खुलने से बिहार की राजनीति में भूचाल आ सकता है ? क्या इसी वजह से उन्हें पुलिस कार्रवाई से बचाया जा रहा है ?