मोतिहारी. सरकार के मुख्य सचिव के निर्देश पर प्रखंड के तीन पंचायतों के विकास कार्यों की जांच एडीएम पवन कुमार सिन्हा, बीडीओ अमित पण्डेय और सीओ पवन कुमार झा ने की। इस दौरान एडीएम ने ममरखा भैया टोला पंचायत के स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, पीएम आवास योजना, पीडीएस दुकान, नलजल सहित योजनाओं की जांच की। उत्क्रमित मध्य विद्यालय कन्या ममरखा के वर्ग 5, 6 व 7 की जांच की गयी। इस दौरान स्कूल के कक्षा में पढ़ा रहे शिक्षक से अनुपात से सम्बंधित प्रश्न पूछा गया। शिक्षक प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाये, जबकि वर्ग में उपस्थित बच्चों ने प्रश्न का हल कर दिया।
वहीं एडीएम द्वारा वर्ग में अनुपात की पाठ पढ़ायी गयी। एडीएम सिन्हा ने बताया कि शिक्षकों की गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है। वहीं छठ दीपावली करीब होने के बाद भी पीडीएस दुकान पर अक्टूबर माह का राशन वितरण करते नहीं पाया गया। पीएम आवास से निर्मित भवन पर बोर्ड लगाने का निर्देश लाभुकों को दिया गया। वहीं एडीएम द्वारा अंचल कार्यालय के रोकड़ रूम, आरटीपीएस काउंटर, आगमन व निर्गत पंजी, दाखिल खारिज पंजी सहित का जांच की गयी।
वहीं अंचल कार्यालय में मील नए राजस्व कर्मियों के साथ बैठक कर भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शिता, व ईमानदारी से करने का निर्देश दिया गया। अंचल कार्यालय की स्थिति जिला में सबसे बेहतर पाया गया। वहीं बीडीओ अमित कुमार पण्डेय ने बताया कि रढिया पंचायत जांच में प्राथमिक विद्यालय लौरिया में नामांकित व उपस्थिति में भारी अनियमितता पायी गयी है। वहीं सीओ झा ने बताया कि चटिया चिन्तामनपुर पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 79 पर 26 बच्चे उपस्थित पाये गये, लेकिन पोषाहार बहुत कम मात्रा में पाया गया।
मिडिल स्कूल चटिया चिन्तामनपुर के जांच में मूल्यांकन का कार्य चल रहा था। वर्ग 6 के शैलेश कुमार नामक बच्चे की कॉपी जांच की जा रही थी। परीक्षा कॉपी पर वीक्षक का हस्त्राक्षर नहीं पाया गया। वहीं छात्र से अपोजिट मैचिंग के बारे में पूछा गया तो कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। छात्र द्वारा मूल्यांकन परीक्षा में शिक्षक द्वारा बोर्ड पर प्रश्न का उत्तर लिखने की बात कही गयी है।