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RJD के पोस्टर में पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के साथ तेजस्वी की लगी तस्वीर, तेजप्रताप की क्यों नहीं? पढ़िए इनसाइड स्टोरी

RJD के पोस्टर में पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के साथ तेजस्वी की लगी तस्वीर, तेजप्रताप की क्यों नहीं? पढ़िए इनसाइड स्टोरी

पटना. राजद ने अधिकारिक रूप से नया पोस्टर जारी किया है। इसमें राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके छोटे बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी की तस्वीर है, लेकिन इस पोस्टर से बेड़े बेटे मंत्री तेजप्रताप की तस्वीर गायब है। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि तेजप्रताप को राजद की राजनीति से दूर किया जा रहा है और तेजस्वी यादव के सियासी कद को आगे बढ़ाया जा रहा है। वहीं नीतीश सरकार में राजद के शामिल होने के बाद तेजप्रताप के राजनीति बयान भी बहुत कम ही सुनने को मिलते हैं। 

राजद पोस्टर में तेजप्रताप नहीं

राजद के नये पोस्टर में लालू के साथ तेजस्वी यादव की तस्वीर हैं और पोस्टर में भारत का भी एक मानचित्र दिखाया गया है, इस पर विकसित भारत लिखा है। साथ ही पोस्टर पर बड़े अक्षरों में लिखा है, 'एक ही लक्ष्य एक विचार, राष्ट्र का गौरव बने बिहार।' इस पोस्टर पर तेजस्वी के पास राजद का चुनाव चिन्ह लालटेन को भी जगह दी गयी है। वहीं इस पोस्टर में तेजप्रताप की तस्वीर नहीं होना एक नई राजनीति का संकेत दे रहा है। तेजप्रताप पहले भी राजद में बगावत कर चुके हैं और अपने भाई तेजस्वी के खिलाफ ही मोर्चा खोल चुके हैं। तो ऐसे में क्या तेजप्रताप राजद में साइड लगाए जा चुके हैं?

तेजप्रताप की बगावत

दरअसल, पिछले साल तेजप्रताप का तेवर बगावती हो गया था। यह विवाद उस समय शुरू हुआ, जब एक कार्यक्रम में तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को हिटलर कह दिया था और कहा था कि वे हिटलर की तरह राजद को चला रहे हैं। इस पर जगदानंद सिंह नाराज हो गये थे। उनको मनाने के लिए लालू यादव और तेजस्वी को भी आना पड़ा था। जब वे पार्टी दफ्तर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले तेजप्रताप के करीबी और युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष से आकाश यादव को हटा दिया था। इससे तेजप्रताप भड़क गये थे और उन्होंने जगदानंद सिंह सहित भाई तेजस्वी यादव और उनके सलाहकार संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाया था। उस दौरान जगदानंद सिंह ने मीडिया के सवाल को जवाब देते हुए कहा था, 'हू इज तेजप्रताप'। लालू और तेजस्वी को ही जानता हूं।

तेजप्रताप बोले- 'वे लोग हत्या भी करवा देंगे'

उस दौरान तेजप्रताप ने तेजस्वी, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और संजय यादव पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा था ये लोग उनकी हत्या भी करवा देंगे। साथ ही तेजप्रताप यादव ने कहा था कि ये लोग लालू यादव को दिल्ली में बंधक बनाकर रखे हुए हैं, पिता जी से मुझे नहीं मिलने देते हैं। इस पर बिहार में सियासत पारा चढ़ गया था और भाजपा एवं जदयू के निशाने पर राजद आ गयी थी। उस दौरान भाजपा के नेताओं तेजप्रताप को भाजपा में शामिल होने का ऑफर भी दिया था।

तेजप्रताप ने बनाया नया संगठन

बाद में तेजप्रताप यादव ने एक नया संगठन छात्र जनशक्ति परिषद बना लिया। उस दौरान बिहार के दो सीटों पर होने वाले उप चुनाव में कहा जा रहा था कि छात्र जनशक्ति परिषद भी अपना उम्मीदवार उतार सकता है। हालांकि तेजप्रताप ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा। इन गतिविधियों से तब माना जा रहा था कि तेजप्रताप शायद राजद से अलग हो गये हैं। एक कार्यक्रम में मीडिया के सवाल पर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने भी तेजप्रताप को लेकर कह दिया था कि अब तेजप्रताप यादव राजद में नहीं है, वे अपना नया संगठन बना लिया है।

तेजस्वी की शादी में हुए नरम

हालांकि तेजस्वी की शादी के दौरान तेजप्रताप नरम हो गये थे। उन्होंने समारोह में शामिल होकर अपने भाई और बहू को शादी के बाद आशीर्वाद दिया था। इसमें जो कमी रह गयी थी, वह रमजान के दौरान राजद की इफ्तार पार्टी में पूरी हो गयी थी। इफ्तार पार्टी के दौरान तेजप्रताप, तेजस्वी एक साथ कार्यक्रम में शामिल थे। इस पार्टी में बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी शामिल हुए थे। तब तेजप्रताप यादव ने कहा था कि उनकी सीएम नीतीश से सिक्रेट बात हुई है और बिहार में जल्द महागठबंध की सरकार बनेगी। और हुआ भी ऐसा ही, इफ्तार पार्टी के दो-तीन महीने बाद नीतीश कुमार ने बिहार में भाजपा से गठबंधन तोड़कर राजद से हाथ मिला लिया और सात दलों से मिलकर महागठबंधन की सरकार बना ली। इसमें तेजस्वी डिप्टी सीएम बने और उनके पास स्वास्थ्य, परिवहन, ग्रामीण विकास और शहरी और आवास विभाग भी मिला। साथ ही नयी सरकार में तेजप्रताप को भी पर्यावरण एवं वन मंत्री बनाया गया। सरकार में शामिल होने के बाद तेजप्रताप यादव के राजनीतिक बयान बहुत कम ही सुनने को मिलते हैं।

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