MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर में बीते दिनों गांव के ही एक व्यक्ति ने अपने अन्य सहयोगी के साथ मिलकर घर से नाबालिग को अगवा कर दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। ऐसा परिजनों का आरोप है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुजफ्फरपुर एसएसपी राकेश कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया था। जिसका नेतृत्व एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन कर रहे हैं। बही एसएसपी राजेश कुमार द्वारा गठित विशेष टीम लगातार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए मुजफ्फरपुर के साथ साथ अन्य जगहों पर भी छापेमारी कर रही है। लेकीन अभी तक मुख्य आरोपी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। वही दुसरी तरफ कई राजनीतिक दल के नेता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और पुलिस के कार्यशैली को लेकर सवाल भी खड़े कर दिए। इसी बीच मुजफ्फरपुर पुलिस ने घटना के महज 6 दिनो के अंदर ही आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के सूरत में न्यायालय से इश्तिहार और कुर्की जप्त्ति का आदेश निर्गत होते ही आरोपी के घर पर बुलडोजर चलवा दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले से ऊपर ही जख्म के मिले निशान
आपकों बता दें कि पूरे मामले को लेकर कई दिनों से ख़बर चल रही थी की आरोपी द्वारा नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं आरोपी द्वारा नाबालिग के प्राइवेट पार्ट पर भी वार किया गया है ओर उसके स्तन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। लेकीन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अफवाहो पर विराम लग गया है।
कॉल डिटेल से खुले कई राज़
मामले को लेकर विशेष टीम जहाँ एक तरफ़ आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार मुजफ्फरपुर सहित कई अन्य जिलों मे छापेमारी कर रही है तो दुसरे तरफ़ पुलिस ने नाबालिग और आरोपी के कॉल डिटेल से कई महत्पूर्ण जानकारी प्राप्त की है।
नाबालिग के पूरे परिवार से सैकड़ो बार बात होती थी आरोपी की
कॉल डिटेल से पुलिस को कई महत्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है और कॉल डिटेल के अनुसार पीड़ित परिवार और नाबालिग से आरोपी की रोज कई कई बार बात होने की बात सामने आई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिस आरोपी से पूरे पीड़ित परिवार की इतनी बात होती थी तो आरोपी ने आख़िर किस कारण से नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी।
डेड बॉडी मिलने तक आरोपी से पीड़ित परिवार की हो रही थी बात
कॉल डिटेल से सबसे बड़ी बात यह सामने निकल कर आ रही है कि जिस समय नाबालिग का डेड बॉडी बरामद किया गया। उस वक्त तक पीड़ित परिवार का आरोपी से बात हो रही है जो कई तरह के सवालो को जन्म देती है। हालाँकि पूरे सवालों के जवाब तो आरोपी के गिरफ्तारी के बाद ही सामने आ पायेगी।
आरोपी से भी होती थी बात
अगर सूत्रो की माने तो आरोपी संजय राय का नाबालिग के साथ काफ़ी दिनो से फ़ोन पर बातचीत होती थी। बताते चलें कि आरोपी संजय राय की पत्नी का स्वर्गवास हो चुका है। आरोपी के तीन बच्चे भी हैं। फ़िलहाल सभी घर से फरार है। लेकीन अगर सूत्रो की माने तो जब आरोपी की बात नाबालिग के साथ साथ उसके सभी परिजन से हो रहा था तो आरोपी ने इतना खौफनाक कदम क्यू उठाया।
पुलिस के कार्रवाई से लोगो में खुशी
मामले को लेकर घटना के दिन से ही जिस तरह से पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। उससे कहीं ना कहीं पूरे मामले के उद्भेदन को लेकर लोगो में संतोष की भावना दिख रही है। आपकों बताते चलें कि घटना के बाद जैसे ही मामले की सूचना वरीय अधिकारियों को मिली तत्काल मौके पर पारू थाना प्रभारी मोनू कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इतना ही नहीं एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन भी मामले के गंभीरता को देखते हुए खुद घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंचीं और साक्ष्य को एकत्रित किया। जिसके बाद एसएसपी राकेश कुमार ने मामले के गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया। जिसका नेतृत्व एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन कर रहे हैं तो दुसरी तरफ डिआईयू भी लगातार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इसी बीच आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के सूरत में पुलिस ने न्यायालय से इश्तेहार और कुर्की वारंट प्राप्त कर घटना के महज 6 दिनो के अंदर आरोपी के घर की कुर्की जप्त्ति कर लिया है।
मुजफ्फरपुर से मणिभूषण की रिपोर्ट