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"अटल जी ने ही मुझे सीएम बनाया था", मुझे कैबिनेट में जगह दी थी", सीएम नीतीश का बड़ा बयान, कहा- आजीवन करेंगे उनका सम्मान

 "अटल जी ने ही मुझे सीएम बनाया था", मुझे कैबिनेट में जगह दी थी", सीएम नीतीश का बड़ा बयान, कहा- आजीवन करेंगे उनका सम्मान

PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम नीतीश ने अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीएम नीतीश ने अटल जी की तारीफ करते हुए कहा कि, उन्होंने ही नीतीश कुमार को सीएम बनाया था। उन्होंने कहा कि, अटल जी मुझे बहुत मानते थे। उन्होंने तीन विभाग की जिम्मेदारी हमे दी थी। उनके प्रति सदैव मेरे मन में आदर का भाव रहेगा। अटल जी हमको बहुत मानते थे। उन्होंने अपनी कैबिनेट में मुझे जगह दी। फिर बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। उनका काम करने का तरीका बहुत अच्छा था।

उन्होंने कहा कि, अटल जी  इतना अच्छा काम करते थे। सभी खुश रहते थे। हम आजीवन उनका सम्मान करेंगे। उनसे मेरा बहुत लगाव था। उन्होंने कहा था कि पार्लियामेंट में  जब हम बोलते थे तो सब इतना मानते थे हमको और आज कल सब कुछ भी बोलते हैं। दरअसल, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही है। आज अटल बिहारी वाजपेई की 99 वीं जयंती है। बीजेपी के देश भर के मुख्यालयों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन कर रही है।

इसी कड़ी में सीएम नीतीश ने भी अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुए एक बार फिर उनके प्रति अपने प्रेम को उजागर किया है। सीएम ने यहां तक कहा कि, अलट जी ने ही उन्होंने मुख्यमंत्री बनाया था। ऐसा पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने बीजेपी के दिवंगत नेता अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ की हो. नीतीश कुमार गाहे- बगाहे वह अटलनामा पढ़ते रहते हैं। वहीं राजनीति के जानने वालों का कहना है कि नीतीश कुमार के अटल प्रेम की वजह है बीजेपी के साथ 20 साल रहने को जस्टिफाई करना।दरअसल नीतीश कुमार बीजेपी के साथ केंद्र और राज्य की सत्ता में 20 साल से ज्यादा दिनों तक रहे. आजकल वह बीजेपी विरोधी दलों की अगुवाई करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में बार बार उनके बीजेपी के साथ पुराने दिनों की चर्चा होती है। बीजेपी भी बार-बार उन्हें अपने साथ बिताए अच्छे दिनों की याद दिलाती है। इधर नीतीश कुमार एक बार पहले भी बीजेपी का साथ छोड़ चुके हैं। तब उन्होंने ये कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। वह फिर बीजेपी के साथ गए और सीएम बने. ऐसे में उनकी छवि पर भी सवाल है।

बिहार की राजनीति को नजदीक से जानने वाले राजनीतिक जानकारों का कहना हैं कि नीतीश कुमार राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं, वह कोई भी बात बिना किसी वजह के नहीं करते हैं। नीतीश कुमार जब अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफों में पुल बांध रहे हैं तो इसके पीछे की वजह उनका भाजपा के साथ लंबे समय तक बिताए वक्त को कहीं ना कहीं सही करने की कोशिश है. बहरहाल नीतीश का अटल प्रेम एकबार फिर उजागर हुआ है.  

 

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