कैमूर। एक तरफ सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि महादलित बस्ती में सबसे पहले रोड गली नली नल जल जैसे सारी सुविधा पहले उपलब्ध होगी लेकिन अब तक 5 साल बीत जाने के बावजूद भी नहीं हुआ कार्य सिर्फ कागजों में सिमट के रह गया। जिसके बाद अब नाराज ग्रामीणों ने इस बात का फैसला लिया है कि अगर जलजमाव की समस्या को दूर नहीं किया गया तो आनेवाले पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
मामला कैमूर जिले के दुर्गावती थाना क्षेत्र के खड़सरा गांव के दलित बस्ती में मुख्य रास्ते पर काफी दिनों से जलजमाव को लेकर ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध किया। जलजमाव को लेकर लगभग 2 महीने से ग्रामीणों को काफी समस्या हो रही है।
20 गांव के लोग करते हैं इस रास्ते का प्रयोग
दरअसल आपको बताते चलें कि इस मुख्य रास्ते से लगभग 20 गांव के लोगों का आवागमन होता है यही नहीं विद्यालय पढ़ने जाने के लिए छात्र-छात्राएं भी इसी मुख्य रास्ते से पढ़ने के लिए प्रतिदिन जाती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों ने जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक आवेदन दे चुके हैं। मगर अब तक कोई समस्या का समाधान नहीं हुआ है। नरैली गांव की छात्रा खुशबू यादव ने बतायी कि हम लोग प्रतिदिन इसी रास्ते से विद्यालय जाते हैं और कभी कभार तो जलजमाव से भरी सड़क में गिरकर चोटिले भी हो जाते हैं और हम लोगों को विद्यालय तक पहुंचने में काफी समस्या होती है।
अधिकारियों से कई बार लगा चुके हैं गुहार
इस संबंध में खड़सरा पंचायत के मुखिया राम अवध सिंह यादव ने बताया कि काफी दिनों से जल जमाव की समस्या बनी हुई है जिसको लेकर हमने लगातार अधिकारी के आफिस का चक्कर लगा रहे हैंय़ इस सम्बन्ध मे डीएम, एसडीएम से भी हम कहे हैं एवं दुर्गावती के प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी से भी मिले हैं। सीओ के द्वारा नापी भी कराया गया है लेकिन जो रैयत जमीन वाले लोग हैं वह कह रहे हैं कि ओरिजिनल नक्शा से मापी होगा तब हम लोग मानेंगे। अब यह लोग जन शिकायत में आवेदन दे दिया और वहां से लेटर आ गया कि ओरिजिनल नक्शा से ही नापी मान्य होगी हालांकि फिलहाल मुखिया के द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के लिए एक आवेदन दिया गया है अब देखना यह है कि प्रशासन कब तक पहुंचती है।
नहीं थी समस्या की जानकारी, दूर करेंगे परेशानी
इस संबंध में पूछे जाने पर मोहनिया एएसडीएम संजीत कुमार बताते हैं कि मामला संज्ञान में अभी नहीं आया था आपके माध्यम से हमारे संज्ञान में मामला आया है संबंधित अधिकारी से बात कर मामले की जांच कराई जाएगी।