'नीतीश' का हुआ मान मर्दन तो गुस्से में आयी JDU ! कहा... 'हरिवंश' ने पद के लिए 'जमीर' को गिरवी रख दिया

पटना. राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश पर जदयू ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पद के लिए जमीर को गिरवी रखने का काम किया है. दरअसल, नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से नहीं कराने के कारण जदयू सहित 19 विपक्षी दलों ने इसका बहिष्कार किया था. हालांकि जदयू के राज्य सभा सांसद हरिवंश राज्य सभा के उप सभापति के नाते इसमें शामिल भी हुए और कार्यक्रम में संदेश भी पढ़ा. इसे लेकर अब जदयू अपने ही सांसद पर हमलावर है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोमवार को हरिवंश पर मर्यादा को तार तार करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि देश के उपराष्ट्रपति जो राज्यसभा के सभापति हैं, उन्हें उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया. वहीं उपसभापति के नाते हरिवंश वहां मौजूद रहे. यह दिखाता है कि आपका दिल कहीं और लग गया. उन्होंने संसद के उद्घाटन के दौरान साधु-संतों के समूह के संसद में प्रवेश करने पर तंज कसते हुए कहा कि यह तस्वीर जयप्रकाश नारायण को भी दुखी कर रही होगी. जबकि जेपी के उसी सिताबदियारा वाले हरिवंश ऐसे समारोह में शामिल हो रहे थे.
उन्होंने कहा कि एक ओर राज्यसभा के सभापति का मान मर्दन हो रहा है. जबकि हरिवंश पर ही सभापति की मर्यादा को अक्षुण्ण रखने का दायित्व था. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. यह साफ दिखाता है कि पद के लिए जमीर से समझौता कर लिया. उद्घाटन में शामिल होने के कारण क्या जदयू हरिवंश पर कार्रवाई करेगी, इसे लेकर नीरज ने कहा कि यह पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा.
नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मंच पर मात्र तीन नेता ही बैठे थे. प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने नए संसद भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश पढ़ा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा कि उन्हें संतोष है कि नई संसद का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री संसद के विश्वास का प्रतीक होता है. राष्ट्रपति ने अपने संदेश में नई संसद को विविधता का उदाहरण और भारत की सामूहिक चेतना का प्रतीक बताया.