जदयू ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा विरोधी दलों को फटकारा, सीएम नीतीश की पार्टी ने की राम मेले आयोजित करने की बात

जदयू ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा विरोधी दलों को फटकारा, सीएम न

पटना. रामलला प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार और विरोध करने वाले राजनीतिक दलों को जदयू ने सोमवार को जकर लताड़ लगाई. कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी जैसे राजनीतिक दलों को निशाने पर लेते हुए जदयू की ओर से नसीहत दी गई कि ऐसे दलों को अगर अयोध्या नहीं जाना था तो नहीं जाते लेकिन उन्हें सोच समझकर टिप्पणी करनी चाहिए थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निकटस्थ और जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने सोमवार को कहा, प्राण प्रतिष्ठा समारोह किसी दल से जुड़ा नहीं रहा. बावजूद इसके पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से कुछ गलतियाँ हुई हैं. केंद्र सरकार और भाजपा पर परोक्ष हमला करते हुए त्यागी ने कहा, निमंत्रण पत्र वितरण से लेकर अथितियों तक को लाने की सूची तैयार की गई वह राजनीति से प्रेरित रहा. 

त्यागी ने इंडिया के घटक दलों को नसीहत देते हुए कहा कि किसी भी विपक्षी दल को ऐसी कोई टिप्पणी करने से परहेज करना चाहिए था जो भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के इस सुनहरे अवसर पर किसी प्रकार का विभेद पैदा करती हो. जिनको अयोध्या नहीं जाना था उनको भी आमंत्रण स्वीकार करना चाहिए था और सार्वजनिक रूप से टिप्पणी करने से इनकार करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हमारे तो कण कण में राम हैं. राम तो भारत की अस्मिता, सौम्यता और बराबरी के प्रतीक हैं. भारत के गौरवशाली इतिहास की परंपरा के सबसे बड़े वाहक हैं. उनके प्राण प्रतिष्ठा का जो कार्यक्रम है उससे हम सब लोग प्रभावित हैं.

राम मेले आयोजित हों : जदयू नेता ने कहा कि राम हमारे आराध्य है. हमारे नेता और विचारक राम मनोहर लोहिया ने भगवान राम पर बड़ा लेख लिखा है. उनकी भावना रही कि राम मेला आयोजित किए जाएं. उनके जीवन के दौरान भी ऐसे मेले आयोजित हुए. उन्होंने राम मंदिर बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की. त्यागी ने कहा कि हम लोग अयोध्या जाते रहे हैं. वहीं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन असम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने की त्यागी ने निंदा की. उन्होंने असम के मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे पावन दिन पर यह उचित नहीं है. 

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राहुल को मंदिर जाने से रोका : दरअसल, राहुल गांधी भारत न्याय यात्रा पर हैं. असम के बोरदुआ में श्री श्री शंकर देव सत्र मंदिर में जाने की अनुमति नहीं मिलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके समर्थक असम में धरना दे रहे हैं। कथित तौर पर मंदिर ट्रस्ट ने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह समाप्त होने के बाद दोपहर 3 बजे दर्शन करने के लिए राहुल गांधी को कहा है. राहुल गांधी ने पुलिस से सवाल किया कि उन्हें मंदिर जाने से क्यों रोका जा रहा है. गांधी ने कहा, "क्या पीएम मोदी अब तय करेंगे कि कौन मंदिर जाएगा और कब जाएगा।" एक वीडियो में राहुल गांधी एक सुरक्षा अधिकारी से सवाल करते दिखे, “क्या मामला है भाई? क्या मैं जाकर बैरिकेड्स देख सकता हूँ? मैंने क्या गलती की है कि मुझे मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है. गांधी ने कहा कि उन्हें कोई मुद्दा बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं है, वे सिर्फ मंदिर में प्रार्थना करते हैं।


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