जिस दिन हम छोड़ देते उसी दिन नीतीश का खटिया खड़ा हो जाता,उसके बाद मेरे साथ ऐसा बर्ताव किए..मांझी ने CM पर जमकर निकाली भड़ास....

NAWADA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी नवादा पहुंचे। जहां उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। दरअसल, जीतन राम मांझी नवादा में आयोजित जनसभा में शामिल होने पहुंचे थे। जहां मांझी ने नीतीश कुमार पर भड़ास निकालते हुए कहा कि, नीतीश कुमार हमसे दो साल छोटे हैं शिक्षा में भी और राजनीति में भी, हम 9 माह के लिए बिहार में काम किया और हमको बीचे में हटा दिया। वहीं जीतन राम मांझी ने कहा कि, कुछ लोग सीना तान के कहते हैं कि जीतन राम मांझी वोट से सीएम नहीं बना था हमने सीएम बनवाया था। खुद कहा था कि 2023 तक तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना देंगे। और अब खाली बहाना दे रहा है। नीतीश कुमार सोचते कुछ और हैं, करते कुछ और हैं।
मांझी ने सीएम नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा कि, सीएम हम थे और वह अपनी पसंद के मंत्री बनाना चाहते थे। एक पुर्जा पर लिस्ट दिए। बिना पूछे मंत्रियों को विभाग बांट दिया। सीएम हम और निर्णय वह ले रहे थे। हम मन मसोसकर सीएम का काम कर रहे थे। मीडिया ने लिखा रबर स्टांप हैं जीतन मांझी। रिमोट से चल रहे, तब मेरी चेतना जाग गई। मुझे भोला शास्त्री की तरह यूज करना चाहे। हम ठोस निर्णय लिए। अपनी मर्जी से काम करना शुरू किए। मांझी ने कहा कि हमने सीएम रहते ठेका के नियमों में बदलाव किया। 75 लाख तक के ठेका में आरक्षण दिया। ठेका लाइसेंस बनवाने में गरीबों की सहभागिता बढ़वाई। आज हजारों गरीब ठेकेदार बने हुए हैं। ठेकेदारी में आरक्षण को सीएम ने आज तक रोक रखा है। आरक्षण बंद करवा रखा है। उन्होंने कहा कि हमें नाजायज ढंग से सीएम पद से हटाया था। उन्होंने कहा कि जीतन के 'हम' को विलय करने की साजिश रची गई। हमें सुविधाओं की बात कहकर प्रलोभन दिया गया। हम खूंटा ऐसे गाड़े हैं, छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि जिसने नीतीश को पलटू कहा, घोटाला किया उसी से गले मिला रखे हैं। हम मिलने वाले नहीं हैं।
बता दें कि, जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर शराब दवा की तरह पीया जाए तो इससे कोई हानी नहीं होगी। दरअसल, मांझी ने प्रदेश की दारूनीति (शराबबंदी) पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि गरीब दवा के रूप में दारू पिएं तो कोई हर्ज नहीं। रात में पी के सो जाएगा और सुबह में उठकर फ्रेश होकर काम करेगा। आज सभी बड़े लोग 10 बजे के बाद दारू पी रहे हैं। मोग-मर्द दोनों पी रहे। मांझी ने कहा कि कलेक्टर, एमपी,मंत्री, जज सभी लोग रात दस बजे के बाद पति पत्नी साथ मिलकर शराब पीते हैं, इन लोगों को पकड़कर जेल नहीं भेजा जाता है। गरीब 500 कमाएगा त दारू के 2 हजार जुर्माना कहां से भरेगा? दारूनीति ठीक, लेकिन गरीबों के साथ अन्याय ठीक नहीं। वैसे दारू नहीं पीना चाहिए। यह अच्छी चीज नहीं है। दारू में मिलावट से गरीब मर रहे हैं। मजदूर मरते हैं, अमीर तो महंगा दारू पी रहे। ताड़ी प्राकृतिक रस है। इस पर बंदिश ठीक नहीं। पासी समाज को जेल भेजा जा रहा है। सहरसा में चूहा ने दारू नहीं पिया था, थाने से दारू बिकता था। जीतन राम मांझी ने कहा कि बालू खनन से नदी 5 फिट गहरी हो गई। सुखाड़ है, चापाकल फेल। गरीब गंदा पानी पीने को मजबूर है। एनजीटी के मना करने पर भी बालू का खनन हो रहा है। बालू के अवैध ढुलाई से सड़क खराब हो रही है।
पूर्व सीएम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी जी ने मुझे काफी सम्मान दिया है। देश के लिए बेहतर काम कर रहे हैं। 508 स्टेशन के लिए करोड़ों रुपया दिया है। पीएम का रुतबा बहुत है। इन्हें सभी लोग यहां तक की राष्ट्राध्यक्ष ने पैर छूकर प्रणाम किया। यह सम्मान दिया। आर्थिक रूप से देश 5वां राष्ट्र बना है। पीएम गरीब के बारे में सोचते हैं। नीतीश को सत्ता चाहिए। 4200 करोड़ से गंगाजल। पीने को पानी नहीं और तर्पण पर इतना खर्च। विधवा को 1 हजार मिले। मांझी ने यह भी कहा कि पटना का म्यूजियम फिजूलखर्ची है। कोर्ट ने भी टिप्पणी की है। 221 करोड़ में बना है। नए म्यूजियम को लेकर 371 करोड़ का अंडरपास बन रहा है। यह भी फिजूलखर्ची है। उन्होंने कहा कि किशनगंज में पुल ढह गया। एस्टीमेट घोटाला चल रहा है। सुल्तानगंज में पुल गिरा। नीतीश को अब विदा करने का वक्त आ गया है। जेपी का नारा लगाना होगा कि सिंहासन खाली करो कि जनता आती है...। पत्रकार भी गरीब बिरादरी में हैं। इन्हें पेंशन मिलनी चाहिए।
वहीं मांझी ने कहा कि, नवादा की भीड़ नीतीश कुमार देख लें, कपार ठोकना पड़ेगा नीतीश जी को अपनी कुर्सी खाली करना पड़ेगा, बहुत अन्याय किया है। नवादा की भीड़ देखकर नीतीश कुमार को तरेगन छूटने लगेगा। वहीं संतोष मांझी ने कहा कि मांझी समाज को अपमान किया जा रहा था और अपमान हम लोग नहीं सकते थे इसलिए जनता के हित में सीएम नीतीश का साथ छोड़े हैं। जब मेरे पिता मुख्यमंत्री बने थे उस समय भी बिहार के सीएम नीतीश कुमार के द्वारा बिना मेरे पिता की आदेश का मंत्रिमंडल की गठन कर देते थे। और उस पर मेरे पिता से सिग्नेचर करवा कर पारित करवा दिया करते थे। लेकिन जब मेरे पिता को 2 महीना के बाद इस बातों को समझ गया तो फिर पूरी राजनीति में खलबली मच गई।आखिर जनता की विकास के लिए कई कार्य को आगे करने की कोशिश की लेकिन फिर क्या कुछ हुआ बिहार की जनता ने भी देखा है।
उन्होंने कहा कि, आज बिहार की परिस्थिति ऐसी है कि पूरी जनता त्राहिमाम है। हत्या लूट डकैती व शराब के मामले में लोगों को बेबुनियाद फसाया जा रहा है। मांझी ने कहा दवा के रूप में शराब पीने से कोई नुकसान नहीं है, कलेक्टर, एमपी,मंत्री, जज सभी लोग रात दस बजे के बाद पति पत्नी साथ मिलकर शराब पीते हैं, इन लोगों को पकड़कर जेल नहीं भेजा जाता है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने वाले जिला अध्यक्ष अशोक मांझी,राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण, लव कुमार, अभिषेक सिंह, आदि तमाम नेताओं ने मिलकर सफल बनाया है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी व पूर्व मंत्री संतोष मांझी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार व तेजस्वी यादव पर भी जोरदार हमला किया है। कहां है कि आज पूरे बिहार में हत्या लूट डकैती की मामला बढ़ गई है। चलने के लिए लोगों के लिए सड़क नहीं है पीने के लिए पानी नहीं है। किसान के लिए बिजली नहीं है। बिहार में सुखाड़ की स्थिति है। फिर भी नीतीश कुमार गद्दी पर कैसे बैठे हैं। बताते चलें कि, इस कार्यक्रम में, " जीतन मांझी का जनता दिवाना हैं, सीएम संतोष मांझी को बनाना है" गाना गाया गया।