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कैमूर में 25-26 फरवरी को किसान महापंचायत का होगा आयोजन, किसान नेता राकेश टिकैत करेंगे शिरकत

कैमूर में 25-26 फरवरी को किसान महापंचायत का होगा आयोजन, किसान नेता राकेश टिकैत करेंगे शिरकत

KAIMUR : आज परिसदन भभुआ में पूर्व कृषि मंत्री सह वर्तमान विधायक सुधाकर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 219 वाराणसी कलकत्ता भारतमाला एक्सप्रेस वे निर्माण में जिन किसानों की भूमि सरकार अधिग्रहण कर रही है। उन्हें उचित मूल्य पर लेना चाहिए। सरकार को मुआवजा के तौर पर कम से कम बाजार मूल्य जो किसानों का वाजिब हक़ है वो तो मिलना ही चाहिए। लेकिन सरकार और उनके कर्मचारियों की मंशा ठीक नही है। बाजार मूल्य तो छोड़िए ये सरकार वाजिब मूल्य भी ना दे कर वर्षो पुराना मूल्य निर्धारित कर जबरन जमीन कब्जा करने के फिराक में है। किसानों के सामने यह गंभीर समस्या है। क्योंकि उनका पूरा परिवार कृषि पर ही आधारित होता है। किसान जमीन को अपनी माँ कहता है। उसके उपज से पूरा परिवार जीता है। हमारे राज्य और देश के किसानों की जो दुर्दशा है वो किसी से छुपी नही है। 

उन्होंने कहा की मैं आज कोई पुरानी बात नही दोहराना चाहता। पर बेहद दु:ख के साथ कह रहा हूँ कि इस राज्यमार्ग निर्माण कार्य के दरमियान कुछ छोटे किसान तो ऐसे भी है जिनके पास इस भूमि अधिग्रहण के बाद एक इंच भूमि तक नही बचने वाली है। कइयों के समाने जीविका की समस्या उत्पन्न हो जाएगी तो कुछ किसानों की जमीन जो कि व्यवसायिक है उसे भी पदाधिकारी कृषि योग्य ही दिखा कर मनमाने तरीके से पुराना मूल्य ही लगा रहे है। जबकि वो जमीन वर्तमान में व्यवसाय योग्य है जिसकी कीमत कृषि योग्य भूमि से कही अधिक है। जिला के किसान बंधुओं द्वारा विगत दिनों आंदोलन भी किया गया मैं शुरू से ही इनके संपर्क और समर्थन में हूँ और आगे भी आंदोलन में साथ दूँगा। हम किसी भी विकास कार्य में बाधा नहीं बन रहे हैं। नाही हम कोई निर्माण कार्य रोकना चाहते हैं। लेकिन किसानों को उनके भूमि का वाजिब दाम मिले। इसके लिए मैं हर कदम किसानों के साथ हूं। इस लड़ाई में अंत तक उनका साथ दूंगा और उनको वाजिब दाम उनके जमीन का दिलवा कर ही रहूंगा। ताकि भविष्य में वो कहि जमीन ले कर खेती किसानी या सुविधा अनुसार व्यवसाय कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।

उन्होंने कहा की आगामी विधानसभा सत्र में मेरी प्राथमिकता होगी कि जिन किसानों का भी जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है। उन्हें उचित मुआवजा मिले और मंडी कानून बिहार में लागू हो। इसको भी लेकर विधानसभा सत्र में मैं आवाज उठाने का काम करूंगा। मंडी कानून बिहार में लागू होता है तो बिहार के किसान हरियाणा, पंजाब के किसानों की तरह खुशहाल होंगे। क्योंकि हमारे राज्य की जमीनें कृषि योग्य उपजाऊ है।

आज के प्रेस कॉन्फ्रेंस का मुख्य विषय यह है कि प्रेस मीडिया के माध्यम से भी हम जनता को संदेश देना चाहते हैं। इसके तहत आपको बता दें कि उक्त मांगो के समर्थन में किसान नेता राकेश टिकैत का बिहार आगमन होने जा रहा है जो कि किसानों के समर्थन में 25 फरवरी 2023 को चांद और 26 फरवरी 2023 को भभुआ जिला मुख्यालय में आयोजित विशाल किसान महापंचायत में भाग लेंगे और किसानों को संबोधित करेंगे। उनसे वार्ता करेंगे। जिसको लेकर हम लोग तैयारी में जुटे हैं और पूरे जिले में जनसंपर्क के माध्यम से मैं किसान भाइयों को आमंत्रित कर रहा हूँ कि वह आए और इस आंदोलन को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें। वे किसान महापंचायत को मजबूती प्रदान करें। ये आंदोलन जन आंदोलन ।है इसमें सबके साथ सहयोग और समर्थन से हम इस राज्य और देश को चलाने वाले किसानों को न्याय दिलाने का एक सकारात्मक प्रयास कर सकते है। 

कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट

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