लखीसराय : बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सूबे के हर गांव और टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है. लेकिन लखीसराय जिले के बड़हिया प्रखंड के कई गांवों में सड़कों की स्थिति बेहद खराब है. ग्रामीण कई बार सड़क बनाने की मांग को लेकर स्थानीय स्तर पर प्रदर्शन भी करते रहते हैं. पर इनकी सूध लेने वाला कोई नहीं है.
बता दें कि लखीसराय जिले के कई पंचायतों में सड़कों का बेहद बुरा हाल है. गांव पहुंचने वाले रास्ते अभी भी पक्के नहीं हुए हैं. खासकर बड़हिया प्रखंड में ऐजनी पचायत स्थित रैपुरा गांव की स्थिति तो और भी भयावह है. वहीं लखीसराय में सड़कों की बदहाली पर विकासशील इंसान पार्टी के सवर्ण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विकास सिंह बड़हियावाले ने कहा कि लखीसराय जिले के कई पंचायतों में सड़कों का बेहद बुरा हाल है. यही वजह है कि लोग अब सड़क पर आकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. बीते 15 सालों में सरकार ने लखीसराय को उपेक्षित रखा है.
आगे विकास सिंह बड़हियावाले ने कहा कि राज्य के लिए जितना जरूरी पुल और मुख्य सड़क मार्ग है, उतना ही जरूरी गांव – टोलों को जोड़ने वाली संपर्क पथ भी है. जो आज बदहाल है. इसलिए हम राज्य सरकार के साथ – साथ केंद्र सरकार से भी मांग करते हैं कि वे लखीसराय जिले के लोगों की समस्या को समझे और यहां सड़क निर्माण की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करे. नहीं तो लखीसराय की जनता के साथ हम भी सड़क पर मजबूत आंदोलन को मजबूर होंगे.
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगस्त, 2020 तक सूबे के हर गांव और टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है. लेकिन लखीसराय जिले के कई पंचायतों में सड़कों की जो स्थिति है वो लक्ष्य निर्धारण से कोसो दूर है.