पटना. बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में कटौती के मामले में जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बुधवार को कहा बिहार सरकार तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करती है. दरअसल तीज, जिउतिया, जन्माष्टमी, विश्वकर्मा पूजा जैसे त्योहारों की छुट्टियाँ रद्द होने पर भाजपा ने नीतीश सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी आदि ने नीतीश सरकार को हिंदू विरोधी बताया है.
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे हिंदुओं के खिलाफ नीतीश सरकार की मानसिकता को उजागर करने वाला कहा. उन्होंने कहा कि बिहार में शरिया कानून भी लागू हो सकता है. भाजपा की ओर से सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में कटौती के मामले में हो रहे ताबड़तोड़ हमले के बाद ललन सिंह ने पलटवार किया.
स्कूल की छुट्टी मे कटौती पर ललन सिंह ने कहा कि छुट्टी में कटौती को धर्म या तुष्टिकरण की राजनीति से नहीं देखना चाहिए. हम लोग धर्म की राजनीति नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा जरुर तुष्टिकरण की रजनीति करती है. बीजेपी के बयान पर ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी गरीब विरोधी पार्टी है. बीजेपी पूंजीपतियों की पार्टी है.
बिहार शिक्षा विभाग ने सितंबर से दिसंबर के बीच सरकारी स्कूलों में त्योहार की छुट्टियों की संख्या 23 से घटाकर 11 कर दी है. शिक्षा विभाग ने रक्षाबंधन, हरितालिका व्रत तीज, जिउतिया, विश्वकर्मा पूजा, श्री कृष्ण जन्माष्टमी, गुरु नानक जयंती जैसे कई पर कई त्योहारों पर छुट्टियां रद्द कर दी है.