PATNA : बिहार में सत्ता परिवर्तन की लहर चल रही है। जिसमें एक तरफ नीतीश कुमार एनडीए में वापसी की तैयारी कर रहे हैं और नए सिरे से सरकार बनाने जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बिहार विधानसभा में सबसे ज्यादा विधायकों वाली पार्टी राजद भी सरकार बनाने की तैयारी कर रही है।
राजद के अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार अगर नीतीश कुमार की जदयू महागठबंधन से अलग होती है तो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की RJD बहुमत के आधार पर सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के सामने अपने विधायकों की परेड लगा सकती है।
इसके लिए न सिर्फ राजद के सभी विधायकों को पटना में मौजूद रहने के लिए कहा गया है, बल्कि सहयोगी पार्टियां कांग्रेस, वामदल के विधायकों को भी पटना में रहने के लिए कहा गया है। हालांकि सरकार बनाने के लिए जो 122 का जो जादूई आंकड़ा है, उससे महागठबंधन अभी भी कुछ सीटें कम पर है।
फिलहाल, जो महागठबंधन में सीटों को जो आंकड़ा है, उसके अनुसार राजद के पास 79, कांग्रेस के पास 19, वामदल के पास 16. AIMIM और एक अन्य को मिलाने पर भी राजद बहुमत हासिल करता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में सरकार बनाने के लिए हम को न सिर्फ अपने पाले मे करने की कोशिश की जा रही है। बल्कि जदयू के कुछ विधायकों को भी तोड़ने की बात कही जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ एनडीए में सिर्फ भाजपा और जदयू के विधायकों की संख्या ही बहुमत के आंकड़े को पार कर रही है। जहां भाजपा के पास 78 विधायक हैं वहीं जदयू के पास 45 विधायक हैं।