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बक्सर में पिकअप की टक्कर से लंगूर की हुई मौत, ग्रामीणों ने श्मशान घाट पर किया अंतिम संस्कार, 14 अप्रैल को करेंगे ब्रह्मभोज

बक्सर में पिकअप की टक्कर से लंगूर की हुई मौत, ग्रामीणों ने श्मशान घाट पर किया अंतिम संस्कार, 14 अप्रैल को करेंगे ब्रह्मभोज

BUXAR : जिले के बनारपुर में तेज रफ्तार पिअकप के टक्कर से लंगूर की मौत हो गई। पूरे दिन गांव के छतों पर मंडराने वाले लंगूर की मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। ग्रामीणों ने मृत लंगूर को लाल रंग के कफ़न में लपेटकर पूरे हिन्दू रीति रिवाज के साथ उसका चौसा श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया। बनारपुर के लोगों का यह पशु प्रेम देख दूसरे जिले से उस श्मशान घाट पर आए लोग अचंभित थे।

14 अप्रैल को होगा ब्रह्मभोज

मृत लंगूर की हिंदू रीति रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार करने पहुँचे ग्रामीणों ने बताया की लंगूर के आत्मा की  शांति के लिए 14 अप्रैल को भव्य ब्रम्हभोज का भी आयोजन किया जाएगा। पशु होते हुए भी लंगूर से एक आत्मीय लगाव था। जो प्रतिदिन घर के छतों पर आकर हम सबसे भोजन लेकर चला जाता था। उसका अचानक चले जाना हम सबके लिए अत्यंत दुःखद है।

सनातन धर्म में लंगूर को माना जाता बजरंगबली का प्रतीक

बता दे कि सनातन धर्म में लंगूर को बजरंगबली का प्रतीक मानकर लोग उसका पूजा करते है। लेकिन उसकी मौत से ग्रामीण सहम गए है। ग्रामीणों की माने तो गांव में लंगूर की मौत किसी बड़ी विपदा या महामारी का संकेत है। कोई अनहोनी न हो इसके लिए 14 अप्रैल को लंगूर की आत्मा के शांति के लिए भब्य ब्रह्मभोज का आयोजन ग्रामीणों करेंगे।

क्या कहते है ग्रामीण

ग्रामीणों ने बताया कि घटना बक्सर मोहनिया स्टेट हाइवे स्थित बनारपुर गांव का है। मोहनिया की तरफ जा रही पिअकप के आगे अचानक लंगूर आ गया। जिसके टक्कर से 20 फिट ऊपर उछलते हुए सड़क किनारे जा गिरा। इस घटना को देख आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पिअकप का कुछ दूर पीछा किया गया। लेकिन चालक वाहन को लेकर फरार होने में सफल रहा। सूचना मिलने के बाद क्षेत्र की सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बंदर के अंतिम संस्कार का बीड़ा उठाया। बनारपुर निवासी  मिथिलेश कुशवाहा,लाल बाबू, रामजीत,अखलेश राम, वकील कुमार ,रवि पासवान आदि लोगो ने बताया कि मृत बंदर का बकायदा हिंदू  रीति रिवाज के तहत चौसा के श्मशान घाट पर लंगूर का अंतिम संस्कार किया। 14 अप्रैल को आत्मा की शांति के लिए ब्रह्मभोज का आयोजन भी किया जाएगा। 

गौरतलब है कि बदलते सामाजिक परिवेश में जहाँ इंसान इंसान से नफरत कर उसको घायल और मृत अवस्था में ही सड़को पर छोड़कर आगे बढ़ जाते है। ऐसे में बनारपुर के लोगो ने इंसानियत एवं पशु प्रेम क़ा अनूठा मिशाल पेश किया है।

बक्सर से संदीप वर्मा की रिपोर्ट 

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