बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

तेजस्वी ने आम बजट को बताया दिशाहीन, कहा-देश के सरकारी संस्थानों को प्रिय पूंजीपतियों के हाथ बेचने की तैयारी में केन्द्र सरकार

तेजस्वी ने आम बजट को बताया दिशाहीन, कहा-देश के सरकारी संस्थानों को प्रिय पूंजीपतियों के हाथ बेचने की तैयारी में केन्द्र सरकार

NEWS4NATION DESK : मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किया गया। वित्त मंत्री सीतारमण ने करीब पौने तीन घंटे लंबे बजट भाषण के आखिर में गला खराब होने की वजह से आखिरी दो- तीन पृष्ठ नहीं पढ़ पाई और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष की अनुमति से उसे पढ़ा मानकर सदन के पटल पर रख दिया।

इधर बजट को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं हैं।

एक ओर जहां सत्ता पक्ष ने इस बजट की सराहना करते हुए आमलोगों के हक में इसे बताया है वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने इसे खोखला करार दिया है। 

बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बजट को को पूरी तरह से दिशाहीन करार दिया है। 

तेजस्वी यादव ने बजट को लेकर ट्वीट किया है.....बजट2020 धन उपार्जन के उपायों को लेकर बिल्कुल दिशाहीन है! इस दिशाहीन बजट में युवाओं को नौकरी देने का कोई ज़िक्र नहीं। अर्थव्यवस्था में और मंदी आएगी।

उन्होंने आगे लिखा है यह सरकार रेलवे, LIC, BSNL, AI की तरह PSUs को अपने प्रिय पूंजीपतियों को औने पौने दाम पर बेच कर भाजपा के चुनावों का खर्च निकालना चाहती है।

बता दें इससे पहले बजट पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि शायद यह इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण था, लेकिन इसमें कुछ भी नहीं था, यह खोखला था।

राहुल गांधी ने कहा कि मुख्य मुद्दा बेरोजगारी का है। मैंने ऐसा कोई रणनीतिक विचार नहीं देखा जिससे हमारे युवाओं को रोजगार मिले। मैंने सामरिक चीजें देखी, लेकिन कोई केंद्रीय विचार नहीं था। यह अच्छी तरह से सरकार का वर्णन करता है। बहुत दोहराव है, बजट भाषण में सरकार की मानसिकता दिखी, सभी बात करते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं हो रहा है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लच्छेदार भाषण दिया, लेकिन वह बजट संबन्धी गणित को स्पष्ट करने में विफल रहीं। 

 कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि लच्छेदार भाषा और ऊंची आवाज में बोलना और पुरानी बातें करने का कोई मतलब नहीं।

वहीं पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि किसानों की आय दोगुना करने का वित्त मंत्री का दावा खोखला है और तथ्यात्मक वास्तविकता से परे है । कृषि विकास दर दो फीसदी हो गईहै। आय दोगुनी करने के लिए कृषि विकास दर को 11 फीसदी रहना होगा।

माकपा नेता सीताराम येचुरी ने भी कहा कि सिर्फ लच्छेदार बातें, नारे हैं, लोगों को दुर्दशा और बढ़ती बेरोजगारी से बाहर निकालने के लिए कुछ भी ठोस नहीं है।


Suggested News