Desk : अंतरजातीय विवाह करने पर बहन को गोलियों से भून दिया। इतना ही नहीं भाइयों ने बहन के पति पर भी ताबड़तोड़ फायरिंग की जो फिलहाल गम्भीर अवस्था मे घायल होकर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। घटना उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के मैनपुरी की है। दरअसल मैनपुरी की रहनेवाली ज्योति मिश्रा को प्रेम विवाह करना महंगा पड़ा और उसके ही चचेरे भाइयों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. वही ज्योति के भाईओं के द्वारा किये गये हमले में उसका पति रोहित यादव बुरी तरह घायल हो गया जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
इटावा के एसपी अजय कुमार पांडे ने इस कांड का खुलासा करते हुए बताया कि 2018 में मैनपुरी अगौंथा की रहने वाली ज्योति मिश्रा और बृजपुरा के रहने वाला रोहित यादव घर से भाग गया था।परिवार वालों की शिकायत पर पुलिस ने ज्योति यादव को बरामद कर न्यायालय में पेश किया जहां ज्योति ने इकबालिया बयान देते हुए कहा कि वह अपने प्रेमी रोहित यादव के साथ ही रहना चाहती है।यह बात ज्योति के भाईओं को हजम नहीं हुई.
इसके बाद से हीं नाराज ज्योति मिश्रा के भाइयों ने इन दोनों को मारने का मन बना लिया था। लेकिन परिवार वालों ने लड़कों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया था, क्योंकि उन्हें पता था कि अगर हत्या होती है तो इसका सीधा शक लड़की के परिवार पर ही जाएगा। लेकिन इसी बीच ज्योति मिश्रा के भाई राघवेंद्र मिश्र ,गुलशन मिश्र और रघुराई मिश्र को गांव वालों ने बहन के अंतरजातीय विवाह को लेकर कथित तौर पर ताना देने शुरू कर दिया । थाने से आक्रोशित भाइयों ने कई दफा ज्योति मिश्रा को हत्या की धमकी दी।
बताया जाता है कि ज्योति मिश्रा के भाई राघवेंद्र मिश्र की शादी होनी चाहिए जो तय नहीं हो पा रही थी. राघवेंद्र मिश्रा को ऐसा लगा कि इसकी जड़ में उसकी चचेरी बहन का प्रेम विवाह है. गुस्साए राघवेंद्र ने ज्योति मिश्रा के ससुराल बृजपुरा जाने का फैसला किया। वहां जाकर उसने ज्योति को अपने घर वापस चलने को कहा, लेकिन ज्योति उसके साथ आने को तैयार नहीं हुई। फिर राघवेंद्र उसे धमकी देकर वापस चला गया। इसके बाद राघवेंद्र मिश्र अपने दोनों भाइयों गुलशन मिश्र और रघुराई मिश्र के साथ मिलकर रोहित यादव और ज्योति मिश्रा की हत्या की योजना बना ली। तमंचे और कारतूस का इंतजाम करके तीनो भाई इस फिराक में लग गए कि कब इन दोनों को खत्म करने का मौका मिलता है।
जैसा कि इटावा पुलिस ने बताया कि 7 जुलाई की शाम ज्योति और रोहित को मोटरसाइकिल से जाते हुए राघवेंद्र मिश्र ने देखा उसके बाद उसने अपने दोनों भाई गुलशन और रघुराई को खबर दी। तीनों मिलकर मोटरसाइकिल से जा रहे रोहित यादव और ज्योति मिश्रा को गांव के बाहर के बाहर घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इससे ज्योति और रोहित दोनों बुरी तरह घायल हो गए। आनन-फानन में इन दोनों को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां ज्योति मिश्रा की मौत हो गई। पुलिस ने तीनों ह्त्यारोपिओं को गिरफ्तार कर लिया है।