डेस्क... हर कोई जिंदगी में खुश रहना चाहता है इसके लिए या तो भौतिक चीजों में खुशी तलाशता है या वह अध्यात्म की तरफ झुकता है लेकिन जिंदगी की इस तेज़ रफ़्तार में मनुष्य जो एक चीज़ खो देता है वह है मानसिक सुकून जिसके चलते उसे तनाव का सामना करना पड़ता है. तनाव भी कई कारण से होते है जैसे पारिवारिक, सामाजिक या फिर ऑफिस का जिसके वजह से हम खुश नहीं रह पाते है . नतीजा नकारात्मक विचार जन्म लेते हैं और इसके परिणामस्वरूप डिप्रेशन, एंग्जाइटी,नींद न आना जैसे कई गंभीर मानसिक बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है. विशेषज्ञ की माने तो हम छोटी –छोटी चीजों में खुशी ढूंढ सकते है जिससे की हैप्पी हार्मोन जैसे की (डोपामाइन, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन, प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजन) का ब्रेन में रिलीज़ हो . ये सकारात्मक सोच और रवैया अपनाने से ब्रेन में रिलीज होते हैं. ये हॉर्मोन शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाने करने के साथ-साथ मूड बूस्टर का काम करते हैं. मौजूदा समय में मानसिक स्वास्थ्य को सही बनाये रखने के लिए हमें खुश रहने की आदत डालनी होगी.
आईये जानने की कोशिश करते है की क्या काम है इन हैप्पी हार्मोन का :-
- डोपामाइन : लक्ष्य हासिल करने में मददगार डोपामाइन आपकी उपलब्धि से जुड़ा हार्मोन है. आपके शरीर में इसकी मात्रा जितनी अधिक होगी, आप उतना ही ज्यादा अपने काम पर फोकस रहेंगे . यह रचनात्मकता और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करेगा
- ऑक्सीटोसिन : ऑक्सीटोसिन काम से आपका जुड़ाव बढ़ाता है. यह ईमानदारी और भरोसा बढ़ाने में भी मदद करता है. एक-दूसरे से बेहतर संबंध के अलावा इससे आपके तनाव का स्तर कम करने में भी मदद मिलती है. आप ऑक्सीटोसिन का स्तर बढ़ाने के लिए दूसरों की मदद करें, उत्साह बढ़ाएं, मार्गदर्शन करें और जो लोग अच्छा काम करे उनकी तारीफ करें.
- सेरोटोनिन :सीरोटोनिन नेतृत्व क्षमता से जुड़ा हार्मोन है. इससे आपको आंतरिक संतुष्टि मिलती है.तनाव आश्चर्यजनक रूप से घटता है और आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है .
- एंडोर्फिन :आपका मूड बेहतर बनाता है और शारीरिक दर्द एवं भावनात्मक तनाव को घटाता है. इसे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि आप फन एक्टिविटी बढ़ाएं. जब भी मौका मिले ठहाका लगाकर हंसें.
मानसिक तनाव को कैसे कम करे :-
- प्लानिंग करके काम करे :- प्राथमिकता के हिसाब से अपने कामों को पूरी सूची तैयार करें. दिन भर के कार्यों की सूची बना लें और उसे एक – एक करके निबटाएं.किसी काम में ज्यादा समय लगने पर कार्य को वीकेंड में करें. इस प्रकार प्लानिंग के हिसाब से सभी काम पूरे करते चले जायेंगे. परिणाम स्वरूप यह होगा कि आप तनावमुक्त रहेंगे.
- प्रकृति के साथ समय बिताये : जब भी मन अशांत लगे , तो सबसे अच्छा तरीका है कि वाक पर निकल जाएं. प्रकृति के बीच कुछ समय बिताएं. पार्क में या घर के बागीचे में सुबह व शाम 10-15 मिनट टहलें. प्रकृति के साथ रहने से आप तनावमुक्त और रिलेक्स महसूस करेंगे. अगर आप बाहर न जा पाएं, तो नेट सर्फिंग कर प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लें.
- खुद को अभिव्यक्त करें : मस्तिष्क में न जाने कितनी बातें, चलती रहती है .नकारात्मक विचार बैठी रहती हैं, तो उन्हें बाहर निकालें, अपने स्वजनों से विचार को साझा करें . इसके लिए क्रिएटिव राइटिंग की आदत विकसित करें. इससे आप कुछ नया सोचेंगे और पुराने नकारात्मक विचारों को मन से हटायेंगे . एक डायरी मेंटेन करें, जिसमें आपके दिमाग में जो विचार बार-बार आ रहे हैं, उन्हें रात को सोते समय लिखना शुरू करें. एक क्रम में लिखें कि आप क्या सोच रहे हैं. लिखने का यह तर्क है की हम उसके समाधान पर गौर करेंगें और हमें तनावपूर्ण स्थिति से बचने का मौका मिलेगा.
- हॉबी को विकसित करे :- अपने पसंदीदा काम के लिए थोड़ा समय निकाले . म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाना, क्रिएटिव राइटिंग, पढ़ना, पेंटिंग करना, बागवानी करना, पॉट पेंटिंग करना, फैशन डिजाइनिंग, कुकिंग आदि चीजों में अपना मन लगाएं जिससे मन खुश रहेगा .
- अपना पसंदीदा म्यूजिक सुनें और उसपर डांस करें : मनपसंद म्यूजिक सुनने से तनाव से उबरने में काफी मदद मिलती है. ये एक्टिविटीज दिमाग पर तुरंत असर करती हैं. इससे स्ट्रेस लेवल में गिरावट देखने को मिलती है.