माले के विधायकों ने सरकार से पूछा – जब यूपी से शराब आ रहा था तो आपके अधिकारी क्या कर रहे थे, बताया निर्दयी

PATNA : बिहार में शराबबंदी से मौतों को लेकर सरकार के तमाम विधायक और सांसद यूपी सरकार को जिम्मेदार बता रहे हैं, उनका कहना है कि भाजपा शासित राज्य के बिहार में शराब की सप्लाई कर शराबबंदी को नाकाम किया जा रहा है। ऐसे में अब भाकपा-माले ने अपनी ही सरकार के अधिकारियों के कामकाज पर सवाल उठा दिए हैं। 

भाकपा-माले विधायक सतेंद्र यादव ने इन मौतों को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा वाली यूपी सरकार के प्रोटेक्शन में हजारों टन स्पिरिट बिहार आ रहा था तो आपके अफसर उस समय क्या कर रहे थे।आपकी विजिलेंस क्या कर रही थी, आपके जासूस क्या कर रहे थे। यूपी से सीधे स्पिरिट बिहार में प्रवेश कर रहा था तो आप खामोश क्यों थे। यह आपकी नाकामी है। उन्होंने मुआवजे की मांग को लेकर सरकार के फैसले को जनविरोधी बताया है।

यह एक घटना नहीं है, ऐसी घटनाएं निरंतर हो रही है। ऐसे में यह कहना गलत नही है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है। यह गलत है। पूर्ण शराबबंदी को बिहार में लागू करने की जगह सरकार बड़े राजेताओं, बड़े शराब माफिया, पुलिस पदाधिकायरों को जेल में बंद करने की चौकीदार और एक छोटे दारोगा को जेल में भेज रही है। 

सरकार को बताया निर्दयी

सतेंद्र यादव ने मारे गए लोगों को मुआवजे को लेकर कहा कि जब जब उनसे इस पर मांग की जाती है, वह इसे खारिज कर देते हैं। किसी सरकार को इतना भी निर्दयी होने की जरुरत नहीं है। जिन्होंने शराब पीया,  वह मर गए, लेकिन इसमें उनके छोटे-छोटे बच्चे, उनकी विधवा पत्नीयां, बूढ़े मां-बाप का सहारा इस वक्त कौन हो सकता है। सरकार को अपनी जिद छोड़ कर कल्याकारी की भूमिका में होनी चाहिए।