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गया से फिर दिया जाएगा विश्व शांति और साम्प्रदायिक सद्भाव का सन्देश, 16 मार्च को जुटेंगे सभी धर्मों के विश्वविख्यात स्कॉलर

गया से फिर दिया जाएगा विश्व शांति और साम्प्रदायिक सद्भाव का सन्देश, 16 मार्च को जुटेंगे सभी धर्मों के विश्वविख्यात स्कॉलर

GAYA : एक बार फिर गया से विश्व शांति, साम्प्रदायिक सद्भाव, भाईचारा का पैगाम देने की तैयारी चल रही है। पीस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के बैनर तले आगामी 16 से लेकर 19 मार्च तक चार दिवसीय आयोजन में विभिन्न धर्मों के विश्वविख्यात स्कॉलर शामिल होंगे। पहले दिन 16 मार्च को विशाल शांति मार्च का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा और भारतीय हॉकी के पूर्व कप्तान जफर इकबाल के सम्मिलित होने की संभावना है। 

दूसरे दिन विश्व शांति सम्मेलन में सनातन, इस्लाम, बौद्ध, सिख, जैन और ईसाई धर्म के धार्मिक गुरुओं और स्कॉलरों का जमघट रहेगा। इसमें मुख्य वक्ता के तौर पर सनातन से पंडित रामाचार्या, श्री श्री रवि शंकर जी महाराज, बौद्ध धर्म से शिंग जिंग थियोरो, इस्लाम धर्म से बेलाल फ़िलिप्स व मौलाना महमूद मदनी, डॉ. अतहर खान, जैन से आचार्य लोकेश मुनि, सिख से सरदार परम्पाल सिंह साबरा, सरदार सूरज सिंह नलवा और ईसाई से जेम्स जार्ज आदि को आमंत्रित किया गया है। इसी दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने की संभावना है।

तीसरे दिन 18 मार्च को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवियों और शायरों से सुसज्जित कवि सम्मेलन-सह-मुशायरा का आयोजन किया जाएगा। वहीं, कार्यक्रम के अंतिम दिन इंडियन बॉडीबिल्डिंग फेडरेशन के तत्वाधान में बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा। इन आयोजनों की जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम में से पीस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी इकबाल हुसैन, जदयू नेता राजू बरनवाल, पूर्व वार्ड पार्षद असद परवेज और मिर्जा गालिब कॉलेज के सचिव शबी आरफ़ीन शम्सी ने दी। उन्होंने बताया कि बताया कि जब भी विश्व में संकट की घड़ी आई, शांति की जरूरत पड़ी गया ने अहिंसा, प्रेम, भाईचारा, धैर्य, संतोष और नैतिक मूल्यों पर आधारित संदेश दिया है। यह महात्मा बुद्ध, भगवान विष्णु और सूफी पीर मंसूर की सरजमीं है। महात्मा बुद्ध को बोधगया में ही निर्वाण प्राप्त हुआ था। उन्होंने विश्व को अहिंसा परमो धर्म: का संदेश दिया। वहीं, भगवान विष्णु ने गयासुर जैसे राक्षस का वध कर शांति स्थापित की। सूफी पीर मंसूर को गया शहर के लिए साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक माना जाता है।

तीन दिवसीय इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभिन्न प्रकोष्ठों का गठन किया गया है। जिसमें स्वागत समिति, चिकित्सक प्रकोष्ठ, लीगल सेल, मीडिया प्रकोष्ठ, सुवेनियर टीम आदि प्रमुख है। इससे पहले एएम ग्रीन पैलेस गेवाल बिगहा में आईएमए, चेंबर ऑफ कॉमर्स, रोटरी क्लब, लायंस क्लब, इनरव्हील क्लब, बार एसोसिएशन, बिल्डर एसोसिएशन, होटल एसोसिएशन, बिल्डर एसोसिएशन, मेडिकल एसोसिएशन, जैसे संगठनों के साथ-साथ व्यवसायीगण से एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें इन संस्थाओं से प्रतिनिधियों ने शिरकत की।

पूर्व वार्ड पार्षद लालजी प्रसाद की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में मोती करीमी, आसिफ ज़फर, दीपक चड्ढा, वार्ड पार्षद नैयर अहमद, मसूद मंज़र एडवोकेट, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ मनोज कुमार, बार एसोसिएशन के बृजनंदन सिन्हा, होटल एसोसिएशन बोधगया के रणविजय सिंह, अज़मत हुसैन खान, तमीमुद्दीन हंबल, अनिल कुमार सिंह, फ़ौज़ी इमाम, बलन्द इक़बाल, शाहिद खान, फ़ैसल रहमानी, रिंकू सिन्हा, आशीष कुमार, शकील अहमद, परमीत सिंह बग्गा, अमीर सोहैल, फैज़ान अली, आनंद मोहन, आशीष कुमार सिंह, डॉ जेड खान, मुकुल कुमार, हसन रज़ा, शाहजहां खान,इमरान नबी, विकाश कुमार, जावेद हुसैन, मो. नवाब, वसीम अकरम, डॉ अख्तर हुसैन समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट 

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