Muzaffarpur Airport: 1953 में 101 एकड़, अब 475 एकड़, मुजफ्फरपुर एयरपोर्ट के विस्तार पर आया नया अपडेट

Muzaffarpur Airport: 1953 में 101 एकड़, अब 475 एकड़, मुजफ्फर

Muzaffarpur Airport: मुजफ्फरपुर में पताही हवाई अड्डे का विस्तार किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी। केंद्रीय बजट में इस परियोजना के लिए धन आवंटित किया गया है, जिससे उम्मीद है कि जल्द ही यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी। इस हवाई अड्डे का विस्तार न केवल स्थानीय लोगों को यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।

विस्तार के तहत, हवाई अड्डे के आधे हिस्से में एक फ्लाइंग इंस्टीट्यूट स्थापित किया जाएगा। यह संस्थान नए पायलटों को प्रशिक्षण देने में मदद करेगा और इससे हवाई परिवहन क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। इसके लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है और इसे सिविल विमानन निदेशालय को सौंप दिया गया है। हवाई अड्डे के विस्तार के लिए अतिरिक्त जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, जो एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। स्थानीय लोगों का विरोध भी इस प्रक्रिया में रुकावट डाल सकता है। इसके अलावा, हवाई अड्डे और उसके आसपास के क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया है, और चारदीवारी को दुरुस्त करने का सुझाव दिया गया है।

पताही हवाई अड्डे का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी है। 1977 में यहां एक फ्लाइंग क्लब खोला गया था, जिसके बाद पटना के लिए हवाई सेवाएं शुरू हुईं। 1967 से 1982 के बीच, इस हवाई अड्डे से नियमित उड़ानें संचालित होती थीं। भविष्य की योजनाओं में, हवाई अड्डे से शुरुआत में 20 सीटर विमानों से उड़ानें शुरू की जाएंगी। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी को जोड़ने की योजना भी है, जिससे मुजफ्फरपुर एक महत्वपूर्ण हवाई परिवहन केंद्र बन सकेगा। इस प्रकार, पताही हवाई अड्डे का विस्तार मुजफ्फरपुर के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है। यह न केवल क्षेत्र के विकास में योगदान देगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।

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