PATNA: बिहार में एक से बढ़कर एक नटवरलाल हैं. हाल ही में एक बड़े नटवरलाल का खुलासा हुआ जब उसने फर्जी चीफ जस्टिस बनकर डीजीपी एस. के. सिंघल से पैरवी की थी . डीजीपी ने उस नटवरलाल को सही चीफ जस्टिस मानकर पैरवी सुन भी ली और आरोपी आईपीएस अधिकारी को क्लीन चिट दे दी। वैसे बिहार में बड़े अधिकारियों-नेताओं के नाम पर धोखाधड़ी नई बात नहीं. सत्ताधारी जेडीयू के बड़े नेता का करीबी बताकर भी लोगों से लाखों-करोड़ों की ठगी की जा रही. किशनगंज में एक ऐसा ही नटवरलाल है, जो अपने आप को जेडीयू का नेता बता लोगों को ठगता है। वह शातिर अपने को सरकार का करीबी बताकर किशनगंज के इलाके में आतंक मचा रखा है। उस नटवरलाल का नाम है अकबर अली. किशनगंज में अपना संगठित गिरोह चला रहे सत्ताधारी दल के तथाकथित नेता अकबर के खिलाफ किशनगंज में कई मामले दर्ज हैं. वह बजाप्ता ठगी का एक संगठित गिरोह चलाता है। हाल ही में किशनगंज थाने में उस नटवरलाल व अन्य पांच के खिलाफ एक डॉक्टर ने जालसाजी,धोखाधड़ी और गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
किशनगंज के चिकित्सक से ठगे 24 लाख रू
19 अक्टूबर 2022 को किशनगंज के एक चिकित्सक मो. अंजार आलम ने किशनगंज थाने में अकबर अली समेत पांच के खिलाफ 24 लाख 50 हजार की ठगी और जालसाजी का केस दर्ज कराया है। थाने में दिये आवेदन में चिकित्सक अंजार आलम ने सभी अभियुक्तों पर जालसाजी कर 24 लाख रू ठगने का केस दर्ज कराया है। फर्जी जमीन देकर रुपए ऐंठने के मामले में बिचौलिया अकबर अली, जकी अनवर व अन्य के खिलाफ 19 अक्टूबर को धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. आरोपी के खिलाफ एक अन्य मामला भी दर्ज किया गया है. जिसमें फर्जी शपथ पत्र देने का आरोप है. मामले में पुलिस टीम गिरोह में शामिल भू माफियाओं की तलाश में जुट गई है.
19 अक्टूबर को धोखाधड़ी,ठगी का दर्ज हुआ है केस
चिकित्सक के साथ धोखाधड़ी मामले में अकबर अली, जकी अनवर, काजी अहमद, नजीर इमाम, जलालुद्दीन अकबर अली के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है. दोनों ही मामले में चिकित्सक अंजार आलम के लिखित शिकायत पर केस किया गया है. पुलिस के अनुसार डॉ अंजार आलम को इंस्टिट्यूट के लिए जमीन की तलाश थी. जिसके बाद वह जकी अनवर के संपर्क में आया. उसने जकी अलवर से 9 कट्ठा जमीन खरीदी. जमीन के लिए 24लाख 50 हजार रू दिए. लेकिन 7 कट्ठा जमीन फर्जी निकला. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू किया है .किशनगंज एसपी इनामुल हक मेंगनू के निर्देश पर पुलिस जांच में जुटी है .किशनगंज एसपी इस पूरे प्रकरण की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कहा गया है कि जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी. वही पीड़ित चिकित्सक ने कहा है की जमीन के लिए जितने रुपए दिए थे उसमें कुछ राशि पुलिस के सहयोग से मिली है.
नटवरलाल अकबर पर किशनगंज में दर्ज हैं कई केस
बता दें, अकबर अली नामी नटवरलाल है. उसके खिलाफ किशनगंज थाने में कई मामले दर्ज हैं. बताया जाता है कि अकबर अली बेगूसराय का रहने वाला है और किशनगंज में लोगों को ठगने का काम करता है। जानकार बताते हैं कि व बजाप्ता एक गिरोह चलाता है। किशनगंज पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ आधे दर्जन केस दर्ज हैं. जेडीयू के तथाकथित नेता व नटवरलाल अकबर अली की जालसाजी की खबर पटना सचिवालय तक पहुंची थी। सरकार की तरफ से किशनगंज डीएम और एसपी को जांच कर केस दर्ज करने का आदेश दिया गया था।
एसडीओ की जांच में पाया गया था-अकबर अली है फ्रॉड
किशनगंज के एसडीओ मो. शफीक ने फ्रॉड अकबर अली के कारनामों की जांच की थी और 2017 में ही डीएम को रिपोर्ट दिया था। जांच में पाया गया था कि अकबर अली नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से ठगी किया है। वह अपने आप को जेडीयू का नेता बताता है .लेकिन वास्तविक में वह जेडीयू का मेंबर नहीं है। नटवरलाल अकबर अली के खिलाफ कई केस दर्ज हैं. किशगंज एसडीओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि अकबर अली द्वारा कार्य कराने के नाम पर ठगी से आम जनता में काफी आक्रोश है. अपने को जेडीयू का नेता बताकर अकबर अली लोगों को पुलिस की नौकरी दिलाने के लिए पैसे की उगाही करता है. इस आरोप में अनुसूचित जाति जनजाति थाने किशनगंज में केस दर्ज है. अकबर अली के गलत कारनामों का समाचार कई न्यूज़ चैनल में प्रसारित हुआ है. जिसे देखने से कारनामों के बारे में सही पचा चलता है. इस तरह से अकबर अली द्वारा जनता दल यूनाइटेड के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का प्रदेश महासचिव बताकर तथा जनता दल यूनाइटेड के चुनाव चिन्ह वाले लेटर पैड उपयोग कर रंगदारी, धोखाधड़ी एवं जालसाजी का आरोप सच साबित होता है.