JAMUI: जमुई पुलिस के लिए साल 2022 उपलब्धियों से भरा रहा था। क्योंकि इसी साल जमुई के शीर्ष हार्डकोर नक्सलियों को जमुई पुलिस और सीआरपीएफ के द्वारा घुटने टेकने को मजबूर कर दिया गया था। जमुई के हार्डकोर नक्सली अर्जुन कोड़ा, बालेश्वर कोड़ा, और सोरेन कोड़ा ने साल 2022 में स्वचालित हथियार समेत पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
इसी कड़ी में बिहार सरकार के पुनर्वास योजना के तहत आज जमुई जिलाधिकारी राकेश कुमार एवम आरक्षी अधीक्षक डॉक्टर शौर्य सुमन ने लगभग दस लाख से ज्यादा की राशि इनके परिवार वालो को सौंप दिया है। मालूम हो कि जमुई कई सालों से नक्सल प्रभावित रहा है और ऐसे में सरकार द्वारा 10 लाख से ज्यादा की राशि इन सरेंडर कियें हुए नक्सलियों के परिवारवालों को मिली है। इससे माना जा रहा है सरकार का यह कदम इनके जख्मों पर मरहम लगाने जैसा है। साथ ही सरकार का यह कदम नक्सलियों के खात्मे को लेकर मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इस मामले के जानकार बताते हैं कि प्रशासन के इस कदम से नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों में सरकार के प्रति आस्था जागेगी और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने में अब ये नहीं हिचकेंगे। इसको लेकर जमुई डीएम ने कहा की सरकार की पुनर्वास योजना के अंतर्गत नक्सलियों के परिवारवालो को यह राशि समर्पित की गई है।
एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन ने भी सरकार के इस कदम की सराहना की और कहा की नक्सलियों को मुख्य धारा से जोड़ने में यह एक कड़ी साबित होगा और सरकार के प्रति इनका विश्वास भी बढ़ेगा।
जमुई से सुमित सिंह की रिपोर्ट