गोपालगंज- जिले के सदर अस्पताल में बारिश के पानी में कई दवाएं भींग कर खराब होने के कगार पर है। वही ममाला संज्ञान में आने के बाद सिविल सर्जन डॉ बिरेंद्र प्रसाद संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया है।
दरअसल सदर अस्पताल की व्यवस्था राम भरोसे है। अस्पताल में दवा भंडारण की व्यवस्था होने के बाद भी दवाओं को यत्र तत्र रखा जाता है इसे स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही कहे या फिर कुछ और दवाओं के बरसात के पानी में आलम यह हैं की आयरन और फॉलिक एसिड के सिरप समेत कई दवाओं को बरसात के पानी में भींगने के लिए छोड़ दिया गया। जो न केवल मरीजों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ी खामी को भी उजागर करता है। दवाओं को ठीक से स्टोर न करने के कारण वे नमी, गर्मी या अन्य कारकों से प्रभावित हो सकती हैं, जिससे उनकी गुणवत्ता और प्रभावशीलता कम हो जाती है।
बारिश के पानी के अंदर जाने से दवाएं खराब हो सकती हैं और संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है।खराब दवाओं का उपयोग करने से मरीजों की बीमारी बढ़ सकती है, या उन्हें अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यह समस्या अस्पताल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकती है और मरीजों का विश्वास कम कर सकती है।
हालांकि इस संदर्भ में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि इसमें कर्मी की लापरवाही है दवा को विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजने के लिए कहा गया था लेकिन लापरवाही के कारण इधर उधर रख दिया गया है जो पानी में भींग रहे है। संबधित कर्मी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद सस्पेंड कर अग्रेतर कार्यवाई की जायेगी।
रिपोर्ट- मन्नान अहमद