न किसी को रोका, ना काम करने से मना किया, यादव-मुसलमान वाले बयान पर देवेश चंद्र ठाकुर की सफाई, कहा- विपक्ष से नहीं चाहिए धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट

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PATNA: सीतामढ़ी से जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का यादव और मुसलमानों को लेकर दिए गए बयान से सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी-जदयू के कई नेता उन्हें ऐसे बयान देने से परहेज करने की सलाह तो कई इस बयान में उनका साथ भी दे रहे हैं। वहीं अब इसी बीच देवेश चंद्र ठाकुर ने अपने दिए गए बयान को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि, सीतामढ़ी क्षेत्र के लोगों को उनकी धर्मनिरपेक्षता के बारे में मालूम है। हमेशा जातिवाद से उठकर काम किया है।  

देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि, मुझे दूसरी पार्टी के नेताओं से धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। सीतामढ़ी क्षेत्र के सारे लोग फिर वो किसी भी समाज और धर्म के हों, जिन्होने बीते 20-25 साल से मेरा काम देखा हैं। वो अच्छी तरह जानते हैं कि जातिवाद से ऊपर उठकर मैंने काम किया है, और आगे भी करूंगा। हर धर्म के लोगों ने मेरी धर्मनिरपेक्षता देखी है।  मैंने न किसी को आने से रोका है, न किसी के काम को मना किया है। 

दरअसल 17 जून के एक वीडियो में देवेश ठाकुर ये कहते नजर आए थे कि उन्होने यादव और मुसलमान के बहुत सारे काम किए लेकिन इन लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया। अगर ये मेरे पास आएंगे तो उनका स्वागत है, उनको चाय-मिठाई तो दूंगा लेकिन उनके काम नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि वो इन जातियों के लोगों की कोई निजी काम नहीं करेंगे।

वहीं देवेश ठाकुर के यादव-मुसलमान पर दिए गए बयान पर उनकी पार्टी जदयू में ही मतभेद दिखी। पार्टी कई नेताओं ने उनके बयान पर असहमति जताई थी। जिसमें केसी त्यागी भी शामिल हैं। वहीं पूर्व सांसद अशफाक करीम ने सांसद देवेश चंद्र ठाकुर पर मुसलमान समाज को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है। और कहा कि उन्हें मुस्लिम समाज से माफी मांगनी चाहिए। 

मालूम हो कि, बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और बेगूसराय से सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी देवेश चंद्र के बयान का समर्थन किया था। और कहा कि मैं भी वो पीड़ा महसूस कर रहा हूं। और मैं भी धोखेबाज लोगों का काम करने के पक्ष में नहीं हूं। राज्य और केंद्र सरकार जब योजना देने में किसी से भेदभाव नहीं करती।