पटनाः JDU दफ्तर में भरत मिलाप हुआ। बड़े भाई ने छोटे भाई को गले लगा लिया। इस तरह से उपेन्द्र कुशवाहा आज से जेडीयू के हो गये। इसी के साथ RLSP का जेडीयू में विलय हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने छोटे भाई उपेन्द्र कुशवाहा को फिर से जेडीयू में शामिल कराया। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस कार्यक्रम में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को छोड़ अन्य सभी नेता मौजूद रहे. बताया जाता है कि उपेन्द्र कुशवाहा के जेडीयू में शामिल कराने के निर्णय से आरसीपी सिंह असहज हैं. लिहाजा उन्होंने मिलन कार्यक्रम से अपने आप को अलग रखने का निर्णय लिया है।
न्यूज4नेशन की खबर पर फिर से लगी मुहर
न्यूज4नेशन की खबर पर एक बार फिर से मुहर लगी है। आज सुबह ही हमने यह खबर बताई थी कि आरसीपी सिंह इस बड़े कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे। हुआ भी वैसा ही.....जेडीयू दफ्तर में सीएम नीतीश के अलावे वशिष्ठ नारायण सिंह बिजेन्द्र यादव,ललन सिंह,विजय चौधरी समेत तमाम बड़े नेता शामिल रहे। लेकिन सबकी निगाहें आरसीपी सिंह जो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं उन पर लगी थी। लेकिन वो नहीं आये।
आरसीपी सिंह कार्यक्रम में नहीं हुए शामिल
बड़ी खबर निकल सामने आ रही है कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह आज के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह दिल्ली में हैं और आज उनके आने का कोई कार्यक्रम भी नहीं था। लिहाजा राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की गैरमौजूदगी में उपेन्द्र कुशवाहा अपनी पार्टी आरएलएसपी का जेडीयू में विलय किया। मिली जानकारी के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा को जेडीयू में लेने के निर्णय से आरसीपी सिंह आहत हैं। लिहाजा उन्होंने अपने आप को आज के कार्यक्रम से अलग रखा. जो जानकारी है उसके अनुसार आरसीपी सिंह आरएलएसपी के विलय के पक्ष में नहीं थे। इसी वजह से कुशवाहा के जेडीयू में शामिल होने का मसला पिछले 2 महीनों से टल रहा था। अंततः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस प्रस्ताव पर सहमति दे दी इसके बाद आज आरएलएसपी का जेडीयू में विलय हुआ।
कई छोटे नेताओं-कार्यकर्ताओं के मिलन समारोह में शामिल हो चुके हैं आरसीपी सिंह
बता दें, आरसीपी सिंह जब से राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं तब से अब तक प्रदेश कार्यलाय में कई छोटे-बड़े मिलन समारोह में शामिल हो चुके हैं। कुछ दिन पहले ही लोजपा के 100 से अधिक छोटे नेताओं-कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कराया था। इसके बाद भी विश्वकर्मा समाज और सवर्ण समाज से जुड़े सैकड़ों को जेडीयू में शामिल करा चुके हैं। ऐसे में आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा जब जेडीयू में शामिल हो रहे ऐसे में उनका पटना की बजाए दिल्ली में रहने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जानकार बताते हैं कि आरसीपी सिंह उपेन्द्र कुशवाहा को दल में लेने के निर्णय से असहज हैं।
बता दें, जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में कुछ दिन पहले कुशवाहा के एक नेता की तरफ से भोज का आयोजन किया गया था। उस भोज में इस समाज के कई बड़े नेता शामिल हुए थे। इसकी जानकारी नेतृत्व को थी लेकिन उन्होंने इसे नहीं रोका। जब तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बारे में जानकारी हुई। इसके बाद भोज का आयोजन करने वाले पूर्व विधायक की जमकर क्लास भी लगी थी। दरअसल उपेन्द्र कुशवाहा की इंट्री बंद कराने को लेकर जेडीयू के भीतर एक गुट काम कर रहा था। एक पक्ष यह नहीं चाह रहा था कि कुशवाहा की इंट्री हो। इसको लेकर लॉबिंग की जा रही थी।