पटना. विपक्षी दलों के इंडिया की तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितम्बर को मुंबई में होनी है. माना जा रहा था कि इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडिया का संयोजक बनाने की घोषणा हो सकती है. लेकिन अब राजद सुप्रीमो लालू यादव ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है. उन्होंने साफ किया है कि इंडिया का संयोजक बनाने को लेकर किसी तरह का व्यवधान नहीं है . साथ ही इंडिया में संयोजक को लेकर लेकर किस्म की रणनीति है जिसमें अकेले नीतीश या किसी अन्य नेता को कोई बड़ा पद नहीं दिया जा रहा है.
लालू यादव ने मंगलवार को इसे लेकर बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि इंडिया में संयोजक का कोई एक पद नहीं होगा. इसके लिए किसी एक नेता को कोई खास जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी. इंडिया देश भर के राज्यों में सक्रिय राजनीतिक दलों का गठबंधन है. ऐसे में इंडिया की रणनीति है कि हर तीन से चार राज्य का एक राज्य संयोजक हो. जैसे दक्षिण भारत के राज्यों के लिए अलग संयोजक, पूर्वी भारत के लिए अलग, पश्चिम के राज्यों के अलग और उत्तर के राज्यों के लिए अलग लग संयोजक होंगे. इसमें उन क्षेत्रों की राजनीति को समझने और वहां की चुनौतियों से वाकिफ नेता ज्यादा बेहतर तरीके से वहां इंडिया की रणनीतियों को अमलीजामा पहना सकते हैं.
लालू यादव के बयान की मानें तो इंडिया में राज्यों के लिए अलग अलग संयोजक होंगे. लालू यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच पिछले दिनों दिल्ली में मुलाकात हुई थी. सूत्रों का कहना है कि उस मुलाकात में भी इस फार्मूले की चर्चा हुई थी. इंडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि उसमें शामिल कई दलों के बीच अब तक आमने-सामने की लड़ाई होती रही है. ऐसे में तीन-चार राज्यों का समूह बनाकर उसके लिए लग अलग संयोजक को जिम्मा देकर उन चुनौतियों को दूर करने की कोशिश होगी जो अब तक एक दूसरे से चुनावी लड़ाई लड़ रहे दलों के सामने आ रही थी.
वहीं लालू यादव के इस खुलासे से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका कहा जा रहा है. नीतीश कुमार ने ही पिछले वर्ष अगस्त 2022 में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास किया था. बाद में पटना में जून में विपक्ष दलों की पहली बैठक हुई और दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई. तब से ही कहा जा रहा था कि नीतीश को संयोजक बनाया जाएगा लेकिन अब लालू ने इंडिया की अलग किस्म की रणनीति बताई है.