बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

एक्शन में नीतीश कुमार... पहले सचिवालय का किया औचक निरीक्षण तो अधिकारियों में मचा हड़कंप, फिर अचानक पहुंचे जदयू दफ्तर, ललन सिंह से मुलाकात

एक्शन में नीतीश कुमार... पहले सचिवालय का किया औचक निरीक्षण तो अधिकारियों में मचा हड़कंप, फिर अचानक पहुंचे जदयू दफ्तर, ललन सिंह से मुलाकात

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार पहले सचिवालय का औचक निरीक्षण किया और बाद में उन्होंने जदयू कार्यालय जाकर सबको हैरान कर दिया. सीएम नीतीश सुबह 11 बजे के बाद पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित जदयू दफ्तर पहुंचे. वहां उन्होंने पहले से मौजूद जदयू अध्यक्ष ललन सिंह से उनके केबिन में मुलाकात की. दोनों नेता काफी समय तक एक दूसरे से चर्चा करते रहे. सीएम नीतीश के पार्टी दफ्तर आने पर वहां मौजूद कई नेताओं ने उनका स्वागत किया. 

इसके पहले शुक्रवार सुबह सीएम नीतीश ने अचानक से सचिवालय का औचक निरीक्षण कर सबको हैरान कर दिया. वे सुबह सुबह सचिवालय पहुंचे. वे 9 बजकर 25 मिनट में यहां पहुंचे. उन्होंने अपने चेम्बर में जाकर वहां कई फाइलों को देखा. डेढ़ घंटे वहां रहने के बाद 11 बजे के आसपास वे फिर से सचिवालय से निकल गए. सीएम नीतीश के अचानक से सचिवालय पहुंचने से अधिकरियों में हड़कंप मच गया. मुख्यमंत्री ने कुछ सप्ताह पहले ही कहा था कि वे अब नियमित रूप से सचिवालय आएंगे. सप्ताह में कम से कम तीन दिन वे यहां सुबह 9.30 बजे आकर यहीं से कामकाज करेंगे. उसी के अनुरूप नीतीश जब सचिवालय आए तो लेटलतीफ आने वाले कर्मियों में हड़कंप मच गया. 

हाल के दिनों में ललन सिंह और नीतीश मन्त्रिमंडल में शामिल अशोक चौधरी के बीच तनातनी की खबरें आई. इसके बाद अशोक चौधरी ने सफाई दी कि ललन सिंह उनके बड़े भाई की भांति हैं और दोनों में किसी प्रकार का मतभेद नहीं है. वहीं बरबीघा के जदयू विधायक सुदर्शन ने अशोक चौधरी को लेकर की तरह के आरोप लगाए. इन सबसे पार्टी में ललन और अशोक के बीच तनातनी की खबरें चल रही हैं. इसी बीच अब नीतीश कुमार ने जदयू दफ्तर पहुंचकर ललन सिंह से मुलाकात कर नई कयासबाजी को जन्म दिया है. 

हाल के समय में नीतीश कुमार काफी एक्टिव दिख रहे हैं. वे सरकार और पार्टी दोनों को अनुशासित करने को लेकर काफी सक्रिय अंदाज में काम करते दिखाई दिए हैं. इसी बीच शुक्रवार को उनका पहले सचिवालय पहुंचना और फिर पार्टी दफ्तर जाना चर्चा का विषय बना हुआ है. 



Suggested News