PATNA : नाबालिग सब्जी विक्रेता पंकज बहुत जल्द ही अपने परिवार के बीच होगा। पटना पुलिस की ओर से उसकी रिहाई की अर्जी कोर्ट में डाली है। फर्जी तरीके से जेल भेज गए पंकज को इंसाफ दिलाने में आईजी नैयर हसनैन खान, डीआईजी राजेश कुमार और पटना एसएसपी मनु महाराज का अहम रौल रहा है। इनलोगों की जांच के कारण ही निर्दोष पंकज की रिहाई संभव हो पाई है। वहीं इस पूरे प्रकरण में मीडिया ने भी अहम योगदान निभाया है। बताते चले कि मीडिया में खबर आने के बाद नाबालिग पंकज को जेल भेजे जाने का मामला तूल पकड़ा था। जिसके बाद सीएम ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। जोनल आईजी के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच की गई थी। जिसमें अगमकुआं थाना और बाईपास थाना ने फर्जी तरीके से उसे बाइक लूटेरा बता जेल भेज दिया था। उसमें वह शामिल नहीं था।
बताते चले कि सब्जी विक्रेता के बेटे पंकज को जेल भेजे जाने के मामले की जांच के दौरान यह पाया गया कि पंकज को झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजा गया। आईजी की रिपोर्ट में कहा गया है पंकज को जिस बाइक लूट की घटना में शामिल होने का आरोपी बनाकर जेल भेजा गया,