बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बिहार में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी करते हैं यादव जाति के लोग, नीतीश सरकार की रिपोर्ट से खुलासा, सामान्य वर्ग में कायस्थ और भूमिहार का दबदबा

बिहार में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी करते हैं यादव जाति के लोग, नीतीश सरकार की रिपोर्ट से खुलासा, सामान्य वर्ग में कायस्थ और भूमिहार का दबदबा

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर राज्य में हुए जातीय सर्वे की रिपोर्ट में किया अहम खुलासे हुए हैं. इसमें किस जाति के कितने लोग सरकारी नौकरी करते हैं इसे लेकर भी अहम आंकड़ा जारी किया गया है. मंगलवार को आई रिपोर्ट के अनुसार बिहार में यादव जाति के लोग सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी में हैं. दरअसल, अलग अलग जातीय वर्गों के आधार पर सरकारी नौकरी करने वालो की संख्या जारी की गई है जिसमें यादव जाति ने सबको पीछे छोड़ दिया है. 

यादव जाति में सरकरी नौकरी करने वालों की संख्या 2 लाख 89 हजार 538 है. यह किसी भी जाति वर्ग में एक जाति का सर्वाधिक सरकारी नौकरी करने का आंकड़ा है. दरअसल, बिहार में सामान्य वर्ग सामान्य वर्ग के 6 लाख 41 हजार 281 व्यक्ति को सरकारी नौकरी है. इसमें भूमिहार जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 1 लाख 87 हजार 256 है जो कुल नौकरी के अनुपात में 4.99 फीसदी है. वहीं सामान्य वर्ग में ब्राह्मण जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 1 लाख 72 हजार 259 यानी 3.60 फीसदी है. राजपूत जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 1 लाख 71 हजार 933 है जो 3.81 फीसदी होता है. इसमें कायस्थ जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 52 हजार 490 जो 6.68 फीसदी है. 

वहीं सामान्य वर्ग में शेख जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 39 हजार 595 यानी .79 फीसदी है. पठान जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 10 हजार 517, सैयद जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 7 हजार 231 है. 

 पिछड़ा वर्ग में सरकारी नौकरी की स्थिति में यादव  2 लाख 89 हजार 538 यानी 1.55 फीसदी के साथ पहले नंबर पर है. कुशवाहा का 1 लाख 12 हजार 106 यानी 2.04 फीसदी है. कुर्मी का  1 लाख 17 हजार 171 यानी 3.11 फीसदी, बनिया का 59 हजार 286, 1.96 फीसदी, सुरजापुरी मुस्लिम में 15 हजार 359 यानी 0.63 फीसदी, भांट में 5 हजार 114 यानी 4.21 फीसदी और मलिक मुस्लिम में 1 हजार 552 यानी 1.39 फीसदी सरकारी नौकरी में हैं. कुल पिछड़ी जातियों में 6 लाख 21 हजार 481 यानी 1.75 फीसदी सरकारी नौकरी में हैं. 

अत्यंत पिछड़ी जातियों में सरकारी नौकरी की स्थिति : तेली : 53 हजार 56, 1.44 फीसदी, मल्लाह : 14 हजार 100, 0.41 फीसदी, कानू : 34 हजार 404, 1.19 फीसदी, धानुक : 33 हजार 337, 1.19 फीसदी, नोनिया : 14 हजार 226, 0.57 फीसदी, चंद्रवंशी : 31 हजार 200, 1.45 फीसदी, नाई : 28 हजार 756, 1.38 फीसदी, बढ़ई : 20 हजार 279, 1.07 फीसदी, हलवाई : 9 हजार 574, 1.20 फीसदी.

अनुसूचित जाति में सरकारी नौकरी की स्थिति : दुसाध : 99 हजार 230, 1.44 फीसदी, चमार : 82 हजार 290, 1.20 फीसदी, मुसहर : 10 हजार 615, 0.26 फीसदी, पासी : 25 हजार 754, 2 फीसदी, धोबी : 34 हजार 372, 3.14 फीसदी, डोम : 3 हजार 274, 1.24 फीसदी, कुल 2 लाख 91 हजार 4 लोग, 1.13 फीसदी.


Suggested News