Desk. देश में कोरोना वायरस एक बार फिर बेकाबू हो रहा है. पूरे देश में करीब ढ़ाई लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक अहम बैठक की. पीएम मोदी के साथ मीटिंग में केंद्रीय गृहमत्री अमित शाह और लगभग सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे. इस दौरान राज्यों में बढ़ते कोरोना के मामलों, टीकाकरण और बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा हुई.
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सौ साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे साल में प्रवेश कर चुकी है. मेहनत हमारा एकमात्र पथ है और विजय एकमात्र विकल्प है. हम 130 करोड़ भारतीय अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर ज़रुर निकलेंगे. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है. पहले जो वैरिएंट था, उनकी अपेक्षा में कई गुना अधिक तेज़ी से ओमिक्रॉन वैरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है.
उन्होंने कहा कि पिछले वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन तेजी से फैल रहा है, ये अधिक ट्रांसमिसिबल है. हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्थिति का आकलन कर रहे हैं. स्पष्ट है कि हमें सतर्क रहना है. उन्होंने टीकाकरण का जिक्र करते हुए कहा कि आज भारत लगभग 92 फीसदी वयस्क जनसंख्या को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दे चुका है. देश दूसरी डोज की कवरेज में भी 70 फीसदी के आसपास पहुंच चुका है. 10 दिन के अंदर ही भारत ने लगभग 3 करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण कर दिया है.
उन्होंने कहा कि आज राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है. फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को 'प्रीकॉशन डोज़' जितनी ज़ल्द लगेगी उतना ही हमारे हेल्थ केयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा. शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज करना है. हमें टीकाकरण के बारे में अफवाहों का मुकाबला करने की जरूरत है, जैसे- टीकाकरण के बाद भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं, फिर इसका क्या उपयोग है.