बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

BIHAR NEWS : पुलिस की पिटाई से हुई शख्स की मौत के बाद फूटा परिजनों का गुस्सा, सड़क जाम कर की आगजनी

BIHAR NEWS : पुलिस की पिटाई से हुई शख्स की मौत के बाद फूटा परिजनों का गुस्सा, सड़क जाम कर की आगजनी

BANKA : कहलगांव पुलिस की कस्टडी में रजौन क्षेत्र के एक आरोपी की बर्बरतापूर्ण पिटाई के बाद ईलाज के दौरान हुई मौत के बाद रजौन में बवाल मच गया।आरोपी के शव के साथ पीड़ित परिजन सहित आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन व आगजनी की। मिली जानकारी के अनुसार रजौन थाना क्षेत्र अंतर्गत चकसफिया ग्राम निवासी मनोज कुमार दास के 26 वर्षीय पुत्र विनोद कुमार दास की मौत पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई के बाद इलाज के क्रम में मायागंज-भागलपुर अस्पताल परिसर में मंगलवार की देर रात हो गई थी। मायागंज में इलाज के क्रम में मृत घोषित किए जाने की स्थिति में मृतक के परिजन शव को बुधवार की सुबह रजौन थाना परिसर में रख कर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। रजौन थानाध्यक्ष बुद्धदेव पासवान द्वारा कोई कार्रवाई नहीं देख आक्रोशित परिजनों ने शव को थाना परिसर में ही रख कर भागलपुर-हंसडीहा सड़क मार्ग स्थित थाना चौक सह रजौन बस स्टैंड के पास बांस-बल्ले लगाकर जाम कर दिया। इस दौरान आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए उक्त सड़क को करीब पांच घंटे तक जाम कर रखा। आखिर में जिला प्रशासन के ठोस पहल व आश्वासन पर जाम तुड़वाया गया।

मृतक के पिता मनोज कुमार दास ने दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि सात जुलाई की रात कहलगांव थाना श्रीकांत भारती,जमादार पुरुषोत्तम झा ने रजौन थाना पुलिस के सहयोग से उनके पुत्र विनोद कुमार दास को हिरासत में लेकर बर्बरता पूर्ण पिटाई करते हुए कहलगांव पुलिस लेकर गई थी। कहलगांव पुलिस ने बर्बरता पूर्ण पिटाई के बाद विनोद दास को 11 जुलाई की शाम पांच बजे छोड़ दिया था। इस क्रम में विनोद दास बर्बरता पूर्ण पिटाई की वजह से चलने-फिरने में असमर्थ हो गया था। पूछने पर विनोद ने बताया था कि मेरा हाथ पैर बांधकर मुझे काफी पीटा गया है, मेरा बचना मुश्किल है। पुलिस को जब लगा कि अब वह मरने वाला है तब मुझे अपने पुत्र को सुपुर्द कर दिया। इस पांच दिन के घटना के क्रम में मुझे उससे मिलने भी नहीं दिया और मुझे भी गाली-गलौज कर के भगा दिया गया। पांच दिन बाद मुझे मेरे पुत्र को दिया गया। फिर इसका इलाज कराना शुरू किया। मार इतनी बर्बरतापूर्ण थी कि उसके शरीर के अंदरूनी भाग काफी क्षतिग्रस्त हो गया था,जिस वजह से 20 जुलाई,रात्रि आठ  बजे भागलपुर के मायागंज अस्पताल में मृत्यु हो गई।

मृतक विनोद कुमार दास की पत्नी अरुणा देवी ने गोद में लिए अपने मासूम बच्चे के साथ थाना परिसर में रोते-बिलखते हुए कर रही थी कि मेरा ससुर मनोज कुमार दास भी पैर से दिव्यांग है। पति के भरोसे ही पूरे घर परिवार का भरण-पोषण चलता था। पुलिस ने बर्बरतापूर्ण पिटाई करके मेरे पति को मौत के घाट उतार दिया है। पीड़ित पत्नी ने दोषी पुलिस पदाधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की। इस सम्बंध में जाम हटवाने आए एसडीओ मनोज कुमार चौधरी एवं एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के पिता मनोज कुमार दास के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद दोषी पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध निश्चित कार्रवाई की जाएगी।एसडीओ ने आगे बताया कि मृतक के परिजनों को अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण अत्याचार अधिनियम के तहत 8.25 लाख रुपये दिलाने की प्रक्रिया प्राथमिकी एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दिलाई जाएगी।

इस मामले में कहलगांव थाना अध्यक्ष श्रीकांत भारती को कई बार मोबाइल से संपर्क स्थापित करना चाहा,लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका। सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि कहलगांव में कॉलेज के पूर्व प्राचार्य रत्नेश्वर प्रसाद सिंह के घर में 24 जून की रात्रि डकैती हुई थी। डकैतों ने करीब 15-25 लाख की संपत्ति ले भागे थे।अनुसंधान के क्रम में कहलगांव थानाध्यक्ष श्रीकांत भारती पुलिस विनोद कुमार को सात जुलाई की रात रजौन में डकैती में आए आरोपी को पकड़ने आई थी। सूत्र बताते हैं कि मृत आरोपी की छवि संदिग्ध थी।

बांका से चंद्रशेखर भगत की रिपोर्ट

Suggested News