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पटना से 12 दिनों से लापता डॉक्टर को अब तक नहीं तलाश पाई पुलिस ... सकुशल वापसी के लिए डॉक्टरों का प्रदर्शन, भाजपा का बिहार पुलिस पर गंभीर आरोप

पटना से 12 दिनों से लापता डॉक्टर को अब तक नहीं तलाश पाई पुलिस ... सकुशल वापसी के लिए डॉक्टरों का प्रदर्शन, भाजपा का बिहार पुलिस पर गंभीर आरोप

पटना. पिछले 12 दिनों से लापता डॉक्टर संजय का अब तक सुराग नहीं मिलने के विरोध में रविवार को पटना में राज्य के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने पुलिस की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए लापता डॉक्टर के पीछे के कारणों को उजागर करने की मांग की. दरअसल, पटना के एनएमसीएच के डॉक्टर संजय 1 मार्च से लापता हैं. आखिरी बार उन्हें पटना के गांधी सेतु में देखा गया था. वहीं उनकी कार भी मिली थी. लगभग बारह दिनों से लापता एनएमसीच के डॉक्टर संजय का अब तक कोई सुराग नहीं मिलने से पटना सहित राज्य भर के डॉक्टरों में भारी आक्रोश है. 

इंडियन मेडिकल एसोशिएशन की बिहार शाखा के डॉक्टरों ने इसे लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान आईएमए के डॉक्टरो के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल भी शामिल हुए. पुलिस जहाँ अब तक डॉक्टर का कोई सुराग नहीं निकाल पाई है वहीं इस मामले को अब अपहरण से भी जोड़ कर देखा जा रहा है. डॉक्टरों ने प्लेकार्ड लहराकर विरोध जताते हुए कहा कि पुलिस द्वारा बिना साक्ष्य कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाए. डॉ संजय जायसवाल की सकुशल वापसी सुनिश्चित करें.

संजय जायसवाल ने कहा कि डॉक्टर संजय को लेकर पुलिस द्वारा जो कहानी बनाई गई है वह बेहद दुखद और निराशाजनक है. जबरदस्ती यह कहना है कि आप पति-पत्नी में कोई बहस हुई है और इसे जबरन स्वीकार कराना दुर्भाग्यपूर्ण है. कौन है जिसका पत्नी से कभी जीवन में बहस नहीं हुई होगी. निश्चित रूप से इसमें षड्यंत्र है. पुलिस उसका पता लगाने के बदले अलग कहानी बन रही है. ना तो फोरेंसिक जांच हुई और ना ही उनका पता लगाया जा रहा है. जिस जगह से डॉक्टर लापता हुए वहां पर हर दिन नावों से बालू ढुलाई हो रही है. अगर 12 दिन पहले कोई आदमी पुल से छलांग लगाता तो अब तक उनका शव मिल गया होता. इसलिए यह पूरा मामला कुछ और है. पुलिस अपनी जिम्मेदारी निभाने के बदले जबरन इसे अलग रंग दे रही है. जानबूझकर पुलिस एक दूसरी कहानी बना रही है जिससे लोग गुमराह हों. 

उन्होंने नौबतपुर की डेढ़ साल पुरानी दो बच्चों का लापता होने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी पटना के तत्कालीन एसपी उपेंद्र शर्मा ने इसी तरह पूरे मामले को रफा दफा कर दिया था. पीड़ित परिजन नीतीश कुमार के पास आकर गुहार लगाते रहे लेकिन कुछ नहीं हुआ. अब एक बार फिर से डॉक्टर संजय के लापता होने के मामले में पुलिस इसी तरह की लीपापोती कर रही है.

दरअसल, बीते एक मार्च की शाम 7:30 डॉक्टर संजय मुजफ्फरपुर के लिए निकले थे. वे तभी से लापता हैं. उन्हें आखिरी बार गंगा ब्रिज पर लगे सीसीटीवी कैमरे में 7:38 मिनट पर देखा गया. उसके बाद से वे लापता हैं. हालांकि उनकी कार और उनके अन्य सामान सुरक्षित मिले हैं लेकिन डॉक्टर का कोई अता-पता नहीं है. अब तक पुलिस भी इस मामले में कुछ भी स्पष्ट खुलासा नहीं कर पाई है. 


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