PATNA: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में देश सहित बिहार से अलग अलग तस्वीरें निकल कर सामने आ रही है. कई ऐसे लोग हैं जो इस विकट घड़ी में अपनों का ही साथ छोड़ दे रहे हैं. कई लोग संक्रमण के डर से अपने स्वजनों का शव लेने से इनकार रहे हैं. वहीं इस दौर में कुछ ऐसे लोग हैं जो समाज की मदद के लिए आगे आए हैं. ये सभी हमारे जैसे आमजन ही है, जो कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे लोगों की मदद में जी-जान से लगे हुए हैं.
राजधानी पटना के 2 युवा विशाल और दिलीप ने मिलकर यह सराहनीय पहल की है. उन्होनें कोरोना मरीजों को घर का बना शुद्ध खाना पहुंचाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है. पटना में कई ऐसे घर हैं, जहां सभी लोग संक्रमित हैं और खाना बनाने वाला कोई नहीं है. कई ऐसे लोग जो घर में अकेले हैं, आइसोलेटेड हैं. वैसे लोगों और परिवारों की मदद ये युवा कर रहे हैं. पटना के राजीव नगर, एजी कॉलोनी, आशियाना, दीघा इलाकों में ये दोनों मरीजों को घर का खाना मुहैया करा रहे हैं. इसके अलावा जो लोग अकेले हैं, ये उनके घर जाकर उन्हें फूड पैकेट्स दे रहे हैं.
इन्होनें बताया कि जो कोरोना पॉजिटिव है, वह इनसे फोन कर संपर्क करते हैं और अपने घर के बाहर कुर्सी या टेबल रख देते हैं, जहां सुरक्षित तरीके से, बिना किसी के संपर्क में आए खाना रख दिया जाता है. इस फूड पैकेट में दाल, चावल, सब्जी, सलाद होता है. यह सुविधा बिल्कुल मुफ्त है और खाना पौष्टिक और घर का बना होता है. ये सुविधा सोशल मीडिया के जरिए शुरू की गई थी. खास बात यह है कि ये युवा टीम बनाकर काम कर रहे हैं, और खाने के साथ ही ये मरीजों के कहने पर उनके घर तक जरूरी दवाइयां और ऑक्सीजन सिलेंडर भी पहुंचा रहे हैं. ये दोनों ही होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट हैं, जो कोरोना काल में जनसेवा के लिए आगे आए हैं. खाना बनाने और पैक करने के दौरान पूरी सफाई रखी जाती है. सभी कर्मचारी ग्लव्स पहनकर और मास्क लगाकर काम करते हैं.