पूर्णिया। शहर के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के चित्रवाणी रोड स्थित शादी समारोह में फायरिंग में एक व्यक्ति की जान चली गई। बीती रात शादी समारोह में शामिल होने के लिए राजकुमार सिंह चित्रवाणी रोड स्थित एक विवाह भवन पर पहुंचे। जहां उसके ऊपर फायरिंग कर उसे मौत की नींद सुला दिया गया। अस्पताल ले जाने से पहले ही राजकुमार ने दम तोड़ दिया। पुलिस को इस मामले की जानकारी नहीं थी। जबकि एक युवक घायल भी हुआ है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची। स्थानीय लोगों में इसको लेकर पुलिस के प्रति आक्रोश है। दबी जुबान में लोग कहने लगे की पुलिस कभी पेट्रोलिंग करने रात में नहीं पहुंचती है जिसके कारण आए दिन घटना होती रहती है। मृतक सहरसा के झपरा टोला निवासी गजेंद्र सिंह के पुत्र राजकुमार सिंह हैं।
पुलिस ने माना हर्ष फायरिंग, उठे सवाल
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि मृतक चित्रवाणी रोड में एक विवाह भवन के पास बारात में शामिल होने पहुंचा था। किसी अज्ञात व्यक्ति ने अचानक गोली चला दी। ये भी माना जा रहा है कि ज़मीनी विवाद के कारण इसे हर्ष फायरिंग का रूप दे दिया गया है। क्योंकि मृतक सहरसा जिले के निवासी थे जो जमीन रजिस्ट्री कराने पूर्णियां पहुंचे थे। इस घटना से पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी अविनाश सिंह घायल हैं उनके सर में भी चोट लगी है। उन्होंने बताया कि देर रात शादी समारोह में गोलीबारी की घटना हुई। इसमें राजकुमार सिंह को गोली लगी है। जिसे अस्पताल लेजाया जा रहा था, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक राकुमार सिंह के मित्र ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि गोली चलने के पूर्व मेरे साथ भी मारपीट की गई। मैं किसी को नहीं पहचानता। घटना के सात घंटे बाद भी पुलिस को इसकी जानकारी नहीं होने से सवाल उठता है कि पुलिस कर क्या रही थी। पुलिस के इस रवैये से लोग अपने आपको कैसे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सुबह आठ बजे तक इस मामले की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं थी। आखिर इस घटना के लिए जिम्मेवार कौन है दोषियों पर कार्रवाई कब होगी