पटना- बिहार में मौसम का दोहरा रंग दिख रहा है.सुबह शाम ठंड तो दिन में गर्मी महसूस हो रही है. इसके कारण लोगों का स्वास्थ्य भी बिगड़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं बिहार में सर्वाधिक अधिकतम तापमान मधुबनी में रिकॉर्ड किया गया जो 35.1 डिग्री सेल्सियस था. मौसम विभाग के अनुसार 6 दिन तक मौसम के शुष्क रहने की ही संभावना है. पटना समेत कुछ जिलों के लिए मौसम विभाग ने अलग पूर्वानुमान जारी किया है. शुक्रवार 3 नवंबर को राजधानी पटना के अलावा गया, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई और खगड़िया में एक या दो जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है. इसके अलावा बाकी जिलों में मौसम शुष्क रहने की ही उम्मीद है.
बिहार में फिलहाल नवंबर में मौसम आंख मिचौली खेलता रहेगा. दिसंबर के महीने में पारे के नीचे जाने की संभावना है. अलनीनो का प्रभाव के कारण इस साल और सालों की तुलना में ठंड ज्यादा नहीं पड़ेगी. बिहार में मौसम लगातार बदल रहा है। अक्टूबर में मॉनसून खत्म होते ही कुछ दिनों तक गर्मी रही, उसके बाद मौसम बदल गया। दिन में गर्मी तो रात में ठंड का साम्राज्य शुरू हुआ। अब धीरे-धीरे दिन छोटे होते जा रहे हैं, आसान शब्दों में समझिए तो ठंड बढ़ने लगी है.भी बुजुर्गों और बच्चों का भोर और रात में खास ख्याल रखें, क्योंकि इस दौरान पारा लुढ़का रहेगा.
गया में न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. पटना का न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रहा. औरंगाबाद का 17.5, नवादा का 17, बक्सर का 18, आरा का 19.5, जमुई का 18.1, भागलपुर का 19.5, कटिहार का 20.4, पूर्णिा का 19.2, बेगूसराय का 18.3 और वैशाली का 19.1 डिग्री सेल्सियस रहा. वाल्मीकिनगर का 21.3, मोतिहारी का 18.8, मुजफ्फरपुर का 20.7, गोपालगंज का 17.6, छपरा का 20.2, सिवान का 18.2,सुपौल का 20.9, पूर्णिया का 19.2 और कटिहार का 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पमान में गिरावट के साथ ही कई शहरों की हवा भी खराब हो गई है. पटना का एक्यूआई शनिवार को एक्यूआई 279 रहा, जबकि रविवार को 358 और सोमवार को 439 रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के अनुसार लंबे समय तक 201 से 300 एक्यूआई के संपर्क में रहने पर ज्यादातर लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है. जबकि 301 से 400 एक्यूआई में लंगे समय तक संपर्क में रहने से सांस की बीमारी हो जाती है. जबकि 401 से 500 एक्यूआई स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और मौजूदा बीमारियों वाले लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है.