"महाभारत कराने वाले शकुनी मामा के पुत्र हैं सम्राट चौधरी", बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर भड़के तेज प्रताप यादव, कर दी हैसियत की बात

PATNA: बिहार सरकार ने जातीय जणना की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। वहीं आंकड़ों के सर्वजनिक होते ही राज्य की सियासत तेज हो गई है। एक ओर जहां बीजेपी आंकड़ों को गलत और मनगढ़त बता रही है। वहीं दूसरी ओर जदयू-राजद के द्वारा जातीय गणना को ऐतिहासिक काम और आंकड़ों की रिपोर्ट को बिलकुल सही ठहराया जा रहा है। वहीं कई आम लोगों का यह भी कहना है कि उनके घर कोई जातीय गणना को लेकर सवाल करने गया ही नहीं था। खैर इस मामले में राज्य सरकार जितना वाहवाही लूटने की कोशिश कर रही है। उतनी मिल नहीं पा रही है। गणना के आंकड़ों को लेकर पक्ष-विपक्ष में तनातनी बनी हुई है।
इसी कड़ी में बीते दिन राजद सुप्रीमो लालू यादव ने ट्वीट कर कहा था कि, कैंसर का इलाज सिरदर्द के दवा से ठीक नहीं होगा। वहीं उनके बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि, लालू यादव खुद जातीय उन्माद के कैंसर हैं। वहीं सम्राट चौधरी के इस बयान पर लालू यादव के बड़े पुत्र और वन पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने भड़कते हुए पूछा कि, कौन हैं सम्राट चौधरी? उनकी हैसियत क्या है लालू यादव के सामने?
दरअसल, तेज प्रताप यादव मुलायम सिंह यादव के पूण्यतिथि कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पर निशाना साधाते हुए कहा कि, होते कौन हैं सम्राट चौधरी, उनकी हैसियत क्या है लालू यादव के सामने। सम्राट चौधरी का कुछ हैसियत है,वह होते कौन है बोलने वाले, सम्राट चौधरी तो शकुनी मामा के पुत्र हैं जिन्होंने महाभारत करवाया था।
बता दें कि, बीते दिन लालू यादव ने ट्वीट कर कहा था कि, "जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है। किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते है। कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा।"