GOPALGANJ: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे। इस दौरान उनके आगमन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी। ताकि सुरक्षा में कोई चूक ना हो। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें हथुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उनके लिए छाता लगाए हुए नजर आए। वहीं किसी ने उनकी यह तस्वीर अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि इस मामले पर एसडीपीओ ने अपनी सफाई देते हुए बताया कि हमारी मंशा ठीक थी। मैंने एक वृद्ध व्यक्ति की मदद की है। बहरहाल वायरल वीडियो के बाद सियासत एक बार फिर गरमा गई है।
दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने गृह जिला गोपालगंज में सोमवार की साम अपनी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ पहुंचे। वहीं मंगलवार की सुबह थावे मंदिर में जाकर थावे दुर्गा मां की पूजा-अर्चना की। इसके बाद फुलवरिया अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए। इसी बीच जब वे थावे दुर्गा मंदिर में पहुंचे तो उस वक्त बारिश हो रही थी। इस बीच हथुआ के एसडीपीओ अनुराग कुमार का एक वीडियो सामने आया है। वो खुद लालू को बारिश से बचाने के लिए छाता लेकर चल रहे हैं। इतना तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि जब वे अपने गांव फुलवरिया गए तो वहां भी उनके द्वारा लालू को छाता लगाते देखा गया।
बताया जाता है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में सजायाफ्ता हैं और जमानत पर बाहर हैं। फिलहाल मामला सामने आने के बाद अब सियासी गलियारों में भूचाल आ गई है। विपक्ष को बैठे बैठे एक मुद्दा मिला गया है। इस संदर्भ में हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार ने बताया कि इतनी तेज बारिश थी कि व्यवस्था जितनी होनी चाहिए थी उतनी नहीं थी। फिर भी हमलोगों ने सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त रखा था ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो और हम लोग इसमें कामयाब हुए।
वहीं वीडियो के संदर्भ में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह बिल्कुल निराधार है इतनी तेज बारिश हो रही थी और हथियार भी मेरे पास था। शुरू से ही मैंने छाता लिए रखा था और तेज बारिश हो रही थी। आगे आगे लोग थे। एक वृद्ध व्यक्ति थे और मानवता के आधार पर चाहे और लोगों के सुरक्षा को भी देखना था ।इसलिए साथ-साथ में चल रहे थे। उसी को नेगेटिव खबर बनाकर लोग चला रहे हैं। मैंने कोई गलत काम नहीं किया है। कानून संगत काम किया है, मेरी मंशा ठीक है।