BHAGALPUR : सिल्क सिटी के नाम से मशहूर भागलपुर के सिल्क कारोबारियों की हालत खस्ता हो गयी है. दरअसल सिल्क कारोबारियों का कहना है कि सिल्क को भागलपुर में सही बाजार नहीं मिल पा रहा है. कई कारोबारियों ने बताया की भागलपुर में सिल्क कारोबार पूंजीपतियों के हत्थे चढ़ गया है.
पूंजीपतियों के लिए सिल्क कारोबारी कठपुतली बन कर रह गए है. सिल्क कारोबारी ने बताया कि जिस कच्चे धागे की मांग होती है. पूंजीपति वर्ग के लोग उसे स्टॉक कर लेते हैं और महंगे दामों में बेचते हैं. भागलपुर की रीढ़ कहे जाने वाली रेशम को उसके लायक बाजार मिल पाना दुश्वार हो गया है. कारोबारी आलोक ने बताया कि सरकार भी बुनकरों का सहयोग नहीं कर रही है.
बुनकरों के कार्यशाला का अगर आयोजन भी किया जाता है तो वो बुनकरों के क्षेत्र से हटकर बड़े बड़े होटलों में किया जाता है. सिल्क कारोबारियों की सरकार से मांग है कि बुनकरों का बना हुआ माल उचित दामों पर बाजार तक पहुंचे ताकि बुनकरों को इसका फायदा मिल सके. उन्होंने सरकार से इस पर ध्यान देने की मांग की है.
भागलपुर से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट