पटना। प्रदेश में सूअर पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक नया फैसला लिया है। सूअर पालन पर सरकार अब 80 परसेंट अनुदान देगी। इसके लिए आगामी दस जनवरी तक आवेदन लिए जाने की बात कही गई है। हालांकि सरकार की इस सुविधा का फैसला सिर्फ अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को ही मिलेगा। आवेदन करने में संबंधित विकास मित्र सहयोग करेंगे।
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने और सूअर पालकों की आय में वृद्धि करने के लिए यह योजना लागू की गई है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इसके लिए तीन करोड़ 60 लाख की स्वीकृति भी दी गई है। विभाग की तरफ से कहा गया है कि एक लाभुक को दो मादा और एक नर सूअर खरीदने के लिए अनुदान राशि दी जाएगी। तीन सूअर की अनुमानित लागत 18 हजार आंकी गई है। 900 रुपये बीमा पर खर्च होंगे। इस तरह सूअर खरीदने के लिए 18 हजार 900 का 80 प्रतिशत अर्थात 15 हजार 120 रुपये अनुदान के रूप में दिया जाएगा। लाभुक को सिर्फ 3780 रुपये स्वयं लगाने होंगे। लाभुकों के चयन में कोरोना संक्रमण के कारण प्रभावित मजदूरों को प्राथमिकता दी जाएगी। लाभुकों के चयन का आधार पहले आओ पहले पाओ होगा।
बता दें सूअर फार्मिंग को काफी लाभ का बिजनेस माना जाता है। जिसमें रोजगार की बेहतर संभावना के साथ आर्थिक रूप से फायदा मिलता है।